मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने राजभवन में फल शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी का किया शुभारंभ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आज राजभवन प्रांगण में आयोजित प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2024 का शुभारंभ किया।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आज राजभवन प्रांगण में आयोजित प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2024 का शुभारंभ किया। यह प्रदर्शनी 17 से 20 फरवरी, 2023 तक आयोजित की गयी है। इस मौके पर कृषि मंत्री, उद्यान मंत्री, कृषि सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया। राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को जनपद बागपत के प्रगतिशील किसान जय देव सिंह ने स्वयं उत्पादित शहद तथा जनपद बाराबंकी के किसान अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने स्वयं उत्पादित स्ट्राॅबेरी भेंट की। स्कूल के दो विद्यार्थियों ने राज्यपाल जी एवं मुख्यमंत्री जी को उनकी पेंटिंग भेंट की।

इस प्रदर्शनी में विभिन्न प्रकार के फलों, शाकभाजियों और फूलों को प्रदर्शित किया गया। इसके अलावा प्रदर्शनी में विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित भी की गयी। इस खास मौके पर राज्यपाल ने प्रदर्शनी में भाग लेने वाले सभी किसानों एवं बागवानों को शुभकामनाएं दीं।

इस अवसर पर राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री द्वारा प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2023 स्मारिका का विमोचन किया गया। उन्होंने प्रदर्शनी में लगाए गए फल, शाकभाजी एवं पुष्प स्टाॅलों का अवलोकन भी किया।

इस खास मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां पर आये एक प्रगतिशील किसान ने बताया कि उन्होंने एक हेक्टेयर खेती में 29 लाख रुपये का नेट प्राॅफिट कमाया। ऐसे ही अलग-अलग क्षेत्रों के किसानों को जिन्हें यहां सम्मानित किया गया है, उन सभी की एक सफल कहानी है।

औद्यानिक फसलों के माध्यम से बागवानों और प्रगतिशील किसानों ने खेती-किसानी से जुड़े सभी अन्नदाता किसानों के सामने एक नया मानक प्रस्तुत किया है। राज भवन में आयोजित की जा रही प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी के 54 वर्षाें के इतिहास के पीछे भी यही मंशा है।

सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक कृषि प्रधान राज्य है। हमारा अन्नदाता किसान कड़ी मेहनत करता है। प्रकृति ने प्रदेश में उर्वरा भूमि व पर्याप्त जल संसाधन दिये हैं। देश की 11 प्रतिशत कृषि योग्य भूमि होने के बावजूद उत्तर प्रदेश देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन में 20 प्रतिशत योगदान करता है।

देश में जो बात उत्तर प्रदेश के अन्नदाता किसानों के लिए फिट बैठती है, वही स्थिति प्रदेश की औद्यानिक फसलों के किसानों के बारे में देखने को मिलती है। उत्तर प्रदेश की कृषि जी0डी0पी0 में अन्नदाता किसानों का बड़ा योगदान है। उसी प्रकार औद्यानिक फसलों से ही कृषि जी0डी0पी0 में 25 प्रतिशत योगदान प्रदेश का किसान करता है।

आपको बता दें कि राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री द्वारा 12 प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया। इनमें मदन पाण्डेय, पुष्पेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र प्रसाद पाठक, रमन सिंह, जय देव सिंह,अमरेन्द्र प्रताप सिंह, सुमन देवी, सुधीर कुमार, ईशा, भगवत किशोर, लोक राज मौर्य, श्री विश्वनाथ यादव मौजूद रहे।

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