लखनऊ। अपने जन्मदिन की खुशियां मनाने के लिए लोग कई तरीकों का सहारा लेते है। हालांकि कुछ लोगों को अपनी ख़ुशी दूसरों के साथ साझा करके ही सच्ची ख़ुशी मिलती है। ऐसी ही आज सेवा संस्कारों की विरासत के धनी और कलमकार वरिष्ठ पत्रकार पवन सिंह सेंगर ने मेडिकल कॉलेज में अपने जन्मदिन पर मेडिकल कॉलेज में स्तिथि विजय श्री फाउन्डेशन (प्रसादम सेवा) लखनऊ में कैंसर और असाध्य रोगों से पीड़ित करीब 300 मरीजों एवं उनके निःशक्त तीमारदारों को भरपेट स्वादिष्ट भोजन कराया।
वरिष्ठ पत्रकार पवन सिंह सेंगर ने अपने जन्मदिन पर विजयश्री फाउंडेशन- प्रसादम सेवा के माध्यम से असाध्य रोगों से पीड़ित नि:शक्त तीमारदारों की भोजन सेवा से नर सेवा नारायण सेवा के विचार को सार्थक किया। वरिष्ठ पत्रकार पवन सिंह सेंगर ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि दूसरों की सेवा करने में ही सच्ची खुशी मिलती है। उन्होंने कहा कि मुझे इस पुनीत कार्य में सहभागी बन नर सेवा नारायण सेवा विचार को बढ़ाने की बड़ी पहल का साझेदार बनना मेरे लिए काफी अनमोल पल है।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार पवन सिंह सेंगर जी के अनुसार ये सेवा संस्कार मुझे मेरे माता-पिता से विरासत में मिले है और हमें नि:शक्त व असहायों की सेवा से सच्ची ख़ुशी मिलती है और स्कूल में हमारे गुरुजनों से भी यही शिक्षा मिली है।उन्होंने आगे कहा कि समाज के प्रबुद्ध तबके को भी नर सेवा नारायण सेवा पुनीत कार्य में बढ़-चढ़कर सहभागी बनना चाहिए। हम जब भी समय मिले इस पुनीत कार्य में सहभागी बनने को तैयार हूं।
वरिष्ठ पत्रकार पवन सिंह सेंगर का मानना हैं कि गरीबों को दान करना,असहायों की सहायता करना, भूखे को भोजन खिलाना यही तो परमात्मा की सच्ची आराधना होती हैं। अगर हम दान की बात करें तो अन्नदान श्रेष्ठ दान माना जाता है क्योंकि अन्न ही जीवन का आधार है। अन्नदान सभी दान से सर्वश्रेष्ठ माना गया हैं क्योंकि इससे किसी भूखे का पेट भरता है तो आत्मा आनंन्दित होता हैं। यदि आप किसी भूखे को भोजन कराते हैं तो आप परमात्मा की सेवा कर रहें होते हैं। इसलिए कहा गया है कि ‘नर सेवा ही नारायण सेवा’ है।
इस बारे में फ़ूडमैन विशाल सिंह बताते है कि वरिष्ठ पत्रकार पवन सिंह सेंगर जी सेवा विचार व व्यक्तित्व के धनी है और असहायो की मदद के लिए सतत कार्य करते रहते है, इसलिए उन्होंने आज अपना जन्मदिन सेवा दिवस के रुप में मनाया।उन्होंने कहा कि आज समाज में वरिष्ठ पत्रकार पवन सिंह सेंगर जी जैसे सार्थक ऊर्जावान सेवादार साथियों की जरूरत है जिसके माध्यम से इस पुनीत कार्य को आगे बढ़ाया जा सके। विशाल सिंह ने बताया कि जिस तरह से आप अपने लेखन द्वारा मानव सेवा में अनवरत लगे हुए हैं । आपके द्वारा लिखी गयी स्टोरी से मानव सेवा के अनेक आयाम देखने को मिलते हैं ।
फ़ूडमैंन ने कहा कि कोरोना काल के समय इस तरह से आप अपने लेखन द्वारा मानव सेवा में अनवरत लगे हुए हैं । आपके द्वारा लिखी गयी पुस्तकों में मानव सेवा के अनेक आयाम देखने को मिलते हैं ।
फ़ूडमैंन ने कहा कि कोविडकाल के समय पवन सिंह सेंगर जी ने मानवता का परिचय देते हुए जरूरतमंद असहाय लोग ही हर संभव मदद करने का प्रयास किया और उन्होंने विजयश्री फाउंडेशन में भी पर्याप्त राशन भेज कर संगठन की मदद की और आपने मुझे विशेष तौर पर का रखा था कि विशाल यदि कोई भी जरूरत हो तो मुझे एक बार फोन करो मैं अपने प्रयासों से इन जरूरतमंद लोगों की सेवा हेतु हर संभव प्रयास करूंगाI
पवन सिंह सेंगर जी ने मानवता का परिचय देते हुए जरूरतमंद असहाय लोग ही हर संभव मदद करने का प्रयास किया और उन्होंने विजयश्रीफाउंडेशन में भी पर्याप्त राशन भेज कर संगठन की मदद की और आपने मुझे विशेष तौर पर का रखा था कि विशाल यदि कोई भी जरूरत हो तो मुझे एक बार फोन करो मैं अपने प्रयासों से इन जरूरतमंद लोगों की सेवा हेतु हर संभव प्रयास करूंगा Iयह मेरा सौभाग्य है कि आप जैसे कलमकार साथी का आशीर्वाद मार्गदर्शन मुझे प्राप्त हैI