लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी इंडिया गठबंधन को पश्चिम बंगाल में जोर का झटका लगा है। दरअसल पश्चिम बंगाल की सीएम एवं TMC की प्रमुख ममता बनर्जी ने ऐलान कर दी है कि TMC लोकसभा चुनाव में अकेले ही चुनाव मैदान में उतरेगी।
इस फैसले से विपक्षी इंडिया गठबंधन की तस्वीर तथा भविष्य पर संकट के बादल गहरे हो गए हैं। ममता बनर्जी का कहना है कि कांग्रेस ने हमारा प्रस्ताव ठुकरा दिया, इसलिए हमने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया। ममता ने कहा है कि कांग्रेस ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा का निमंत्रण भी नहीं दिया है। ऐसे में पश्चिम बंगाल में अब कोई तालमेल नहीं होगा।
लोकसभा चुनाव को लेकर 28 विपक्षी पार्टियां इंडिया गठबंधन एक मंच पर साथ आई थीं। विपक्ष एकजुट होकर बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA को चुनावी चुनौती देने का दम भर रहा था लेकिन अब ममता ने बंगाल में विपक्षी गठबंधन को बड़ा झटका दे दिया है।
कांग्रेस पर ममता बनर्जी जमकर बरसीं उन्होंने कहा कि पहले ही हमने कह दिया था कि 300 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़े और अपने-अपने क्षेत्र में क्षेत्रीय दलों को बीजेपी से मुकाबला करने दिया जाए। आगे ममता ने यह कहा कि अपने क्षेत्र में क्षेत्रीय दल एक साथ रहेंगे लेकिन अगर वे हस्तक्षेप करती है तो हमें फिर से विचार-विमर्श करने होंगे, कांग्रेस द्वारा इंडिया गठबंधन का नेतृत्व किए जाने को लेकर भी ममता बनर्जी ने सवाल उठाए।
टीएमसी प्रमुख सह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही साफ कर दिया था कि वह कांग्रेस को दो सीटें देगी। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल की 42 सीटों में से सिर्फ दो सीटों पर ही जीत हासिल की थी। हालांकि पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने इसे लेकर तल्ख बयान दिया था उन्होंने कहा था कि दो सीट तो हमने तब भी जीते थे और उसे अब भी जीत सकते हैं. टीएमसी से हमें कोई भीख नहीं चाहिए।