उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को आज शनिवार सुबह करीब 10.45 बजे गाजीपुर के कालीबाग कब्रिस्तान में दफनाया गया। इससे पहले मोहम्मदाबाद इलाके में स्थित उसके पुश्तैनी घर ‘बड़ा फाटक’ के बाहर शव को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। बेटे उमर ने इत्र छिड़का। मुख्तार की मूंछों पर ताव दिया और यहां से जनाजा शुरू हुआ, जिसमें 30 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए।
हालात को नियंत्रण में रखने के लिए भारी पुलिस फोर्स और पैरामिलिट्री तैनात की गई। पुलिस-प्रशासन के आला अफसर भी मुस्तैद रहे। कब्रिस्तान के गेट पर भीड़ ने बेरिकेड्स तोड़ दिए। मुख्तार को बारी-बारी से मिट्टी देने का सिलसिला जारी है।
बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक के चलते गुरुवार रात मौत हो गई थी। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद उसके शव को 26 गाड़ियों के काफिले के साथ बांदा से गाजीपुर लाया गया। सुबह समाजवादी पार्टी समेत अन्य दलों के नेता मुख्तार के घर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया। सपा विधायक और मुख्तार के भतीजे मोहम्मद सुहैब अंसारी ने कहा- अनुरोध है कि मर्यादा बनाए रखें। सभी को उन्हें देखने का मौका मिलेगा।
गाजीपुर एसपी ओमवीर सिंह ने कहा है कि आचार संहिता लागू है, इसलिए लोग शांति के साथ अंतिम यात्रा पूरी करें। नियमों का उल्लंघन होने पर प्रशासन कार्रवाई करेगा। इससे पहले योगी सरकार ने मुख्तार की मौत के बाद सुरक्षा के मद्देनजर गाजीपुर-मऊ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी थी। बता दें कि मुख्तार अंसारी 2005 से सजा काट रहा था। अलग-अलग मामलों में उसे दो बार उम्रकैद हो चुकी थी। उसके खिलाफ 65 से अधिक मामले लंबित थे।