नई दिल्ली । संसद का मॉनसून सत्र आज से शुरू हो चुका है। इस सत्र में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार को बजट पेश करेंगी। इससे पहले आज लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने नीट पेपर लीक का मामला उठाया। विपक्ष ने आरोप लगाया कि पेपर लीक के चलते कई छात्रों की मौत हुई है। विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पेपर लीक के कोई साफ सबूत नहीं हैं। वही इस दौरान सपा नेता अखिलेश यादव ने नीट के मुद्दे पर सरकार को घेरा। अखिलेश यादव ने कहा कि ये सरकार कोई रिकॉर्ड बनाए या नहीं, लेकिन ये सरकार पेपर लीक का रिकॉर्ड जरूर बनाएंगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि पूरे देश के छात्र इस मामले को लेकर आंदोलित थे, लगातार अखबार और सीबीआई जांच के बाद चीजें सामने आ रही है। लोग इस मामले में लगातार पकड़ जा रहे हैं और जेल भी भेजे जा रहे हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या सेंटर के हिसाब से जिन बच्चों को सबसे ज्यादा नंबर मिले, उनकी सूची जारी करेंगे? तीस हजार सीटें जहां है, कई सेंटर ऐसे हैं, जहां 2000 से ज्यादा बच्चे पास हो गए। सरकारी सीटें 30000 हजार है। जिन सेंटर पर परीक्षा हुई, उन सेंटर्स का इन्फ्रास्ट्रकचर क्या था, क्या मंत्री जी ने इसके बारे में पता किया।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अखिलेश यादव को दिया ये जवाब
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अखिलेश को जवाब देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ऑर्डर दिया कि सभी की सूची वेबसाइट पर जारी कर दो। पिछले तीन दिन से सभी की लिस्ट पब्लिकली डोमेन में है। ये सारी चीजें एकदम खुली हुई है। केरल के उम्मीदवारों ने भी अच्छा किया, क्या इस पर भी कहेंगे कि वहां भी गड़बड़ी हुई। देश के ग्रामीण इलाके, देश के एससी-एसटी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। क्या हम उनकी मेधा को चुनौती दे रहे हैं? मेरा शुरू से स्टैंड क्लियर है कि इस मामले पर राजनीति नहीं करना है. लेकिन अखिलेश सरकार में रहे, उसकी भी सूची है कि कितनी बार पेपर लीक हुए।