लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ के लोकभावन सभागार में 647 युवाओं को वन रक्षक और वन्य जीव पद पर नियुक्ति पत्र वितरित किया। आपको बता दें की इससे पहले 534 युवाओं की भर्ती की जा चुकी है। इस दौरान सीएम योगी ने सभी नवनियुक्त वन रक्षकों/वन्यजीव रक्षकों एवं अवर अभियंताओं को हार्दिक बधाई देते हुए कार्यक्रम को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पूरे पारदर्शी तरीके से नियुक्ति की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का कार्य किया है।
सीएम योगी ने कहा कि 2028-29 तक हमारा लक्ष्य है कि उतर प्रदेश में वनआच्छादन 15 फीसदी तक बढ़ा सके इसके लिए प्रतिवर्ष वृक्षारोपण का कार्यक्रम करवाते है। किसानों को इस कार्य में जोड़ने के साथ ही उनको प्रोत्साहित किया। 647 वन रक्षक आज तैनात हो रहे है। पॉलूशन कंट्रोल बोर्ड ईमानदारी के साथ बड़ी जिम्मेदारी का निर्वाहन कर रहा है। अबतक 210 करोड़ वृक्षारोपण का कार्यक्रम पूर्ण हुआ है।
पीएम मोदी ने नमामि गंगे के जरिये देश की सबसे पवित्र गंगा नदी को निर्मल बनाने के लिए शुभारंभ किया था। इसके अच्छे परिणाम आये लेकिन जनसहभागिता को भी इसको बढाने के लिए आगे आना होगा। जंगली जानवरों से बचने के लिए लोगों को प्रशिक्षित करना पड़ेगा। हमारे बीच सबसे बड़ा चैलेंज जलवायु परिवर्तन है, जंगल जलेंगे तो पर्यावरण को भारी नुकसान होगा, भूस्खलन होगा कई तरह के दुष्परिणाम झेलने पड़ेंगे।
उत्तर प्रदेश में 100 कम्प्रेस्ड बायो गैस यूनिट का लक्ष्य
हमारा प्रयास है कि हम लोग उत्तर प्रदेश में कम से कम 100 कम्प्रेस्ड बायो गैस यूनिट लगाएं। पॉलूशन कंट्रोल बोर्ड को इस दिशा में कार्य करना चाहिए जिससे पर्यावरण की रक्षा करने में उत्तर प्रदेश इस कार्य में अग्रणी रूप से आगे बढ़ेगा। आगे सीएम योगी ने कहा कि जीवन चक्र मानव और सभी जीवों के साथ बना है इसके बगैर प्रकृति की सुरक्षा करना संभव नहीं है हर जीव एक दूसरे पर आश्रित है इसलिए इसको संरक्षित करने के लिए आगे आना होगा। मानव-वन्यजीव संघर्ष में उत्तर प्रदेश पहला राज्य है इसलिए आपदा की श्रेणी में घोषित करते हुए, जनहानि होने पर ₹5,00,000 की क्षतिपूर्ति देने की व्यवस्था की है।
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि अगले 6 महीने के अंदर 40,000 ऐसी भर्तियां हैं, जो उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से की जाएगी। हमारी सरकार 1,55000 पुलिस कार्मिकों के पद पर नियुक्ति की, वे सभी पुलिस कर्मी आज सेवाएं दे रहे है। सरकार ने पूरी पारदर्शी तरीके से नियुक्ति की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का कार्य किया।
सीएम योगी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि जब उनकी सरकार थी तो क्यों भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से नहीं संपन्न की। 2017 से पहले जो सरकार थी उनकी न तो कोई नियुक्ति भर्ती की नीति थी और ना ही नियत अच्छी थी। भ्रष्टाचार इनकी पहचान बन चुकी थी। इसीलिए प्रदेश की जनता बार-बार ठुकरा रही है, बार-बार ठोकर मार रही है। आज हमारी सरकार ने प्रदेश को इन सभी कृत्यों से से मुक्त कराया है और अपराधियों पर लगाम लगाई है।
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