मेडिटेशन में यह गलती ना करें नहीं तो आपकी दिमागी हालत हो सकती है खराब

मेडिटेशन एक मानसिक और शारीरिक अभ्यास है जिसमें ध्यान केंद्रित करने और आत्म-स्वीकृति प्राप्त करने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग किया जाता है।

मेडिटेशन एक मानसिक और शारीरिक अभ्यास है जिसमें ध्यान केंद्रित करने और आत्म-स्वीकृति प्राप्त करने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग किया जाता है। इसका उद्देश्य मानसिक शांति, ध्यान की तीव्रता, और आत्म-जागरूकता को बढ़ावा देना है। सामान्यतः, मेडिटेशन में निम्नलिखित तत्व शामिल होते हैं:

मेडिटेशन कई तरह के होते हैं, जैसे माइंडफुलनेस, ट्रांसेंडेंटल मेडिटेशन, और ज़ेन मेडिटेशन, जो अलग-अलग तकनीकों और उद्देश्यों के साथ होते हैं। लेकिन क्या आपको पता है जहां एक ओर मेडिटेशन के भरपूर फायदे है तो वहीं इसके कुछ नुकसान भी है।

मेडिटेशन मन की शांति के लिए करते हैं। इससे तनाव कम होता है और लोगों को सुकून का एहसास होता है। लेकिन मेडिटेशन पर ज्यादा करने से इसके नुकसान भी झेलने पड़ सकते हैं।

समाज से दूरी

एक्सपर्ट के मुताबिक, मेडिटेशन करने वाले लोग अकेला रहना पसंद करते हैं। वह इतने संतुष्ट रहते हैं कि उन्हें किसी और की जरूरत नहीं पड़ती है। ध्यान करने वाले लोग समाज के साथ दूरियां बना लेते है यहीं नहीं परिवार से भी कटने लगते हैं। ऐसे लोग कभी कभी तो डिप्रेशन में चले जाते है।

शारीरिक समस्याएं

आमतौर पर मेडिटेशन करने से हेल्थ को काफी फायदा मिलता है और जरूरी भी नहीं है कि मेडिटेशन करने से हेल्थ को नुकसान पहुंचेगा लेकिन कभी-कभी शारीरिक समस्याओं से सामना करना पड़ता है। लोगों में थकान, कमजोरी, नींद की कमी, सर दर्द और यहां तक की पेट से जुड़ी भी समस्याएं हो सकती हैं। कभी-कभी मेडिटेशन की वजह से लोगों में घबराहट की परेशानी भी उत्पन्न हो जाती है अगर ऐसा कुछ भी समस्याएं उत्पन्न हो रही है तो तुरंत ही मेडिटेशन करना छोड़ देना चाहिए। इसके अलावा यदि आप मेडिटेशन को गलत तरीके से करते हैं तो तो इसका असर नकारात्मक प्रभावपड़ेगा।

मोटिवेशन की कमी

मेडिटेशन को लोग सकारात्मक तरीके से देखते हैं लेकिन जब इसका रिजल्ट सही नहीं मिलता है तो तो लोगों में कभी-कभी निराशा उत्पन्न हो जाती है। मानसिक शांति पाने के लिए लोग ध्यान लगाते हैं लेकिन जब फोकस नहीं कर पाते हैं तो आत्मविश्वास गिरने लगता है जिससे लोगों में मोटिवेशन की कमी हो जाती है।

एंग्जायटी

यदि आप लोगों की छोटी-छोटी बातों को अपने दिल से लगा लेते हैं तो आपके लिए मेडिटेशन खतरनाक साबित हो सकता है। ध्यान करने के दौरान बुरे विचार और पुरानी यादें याद आने लगती है जिससे आप ओवर थिंकिंग के शिकार हो सकते हैं.

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