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लखनऊ। मुख्यमंत्री ने किसानों की बेहतरी के लिए किए गए कार्यों पर चर्चा करते हुए बताया कि 14 लाख किसानों के निजी नलकूपों का बिजली बिल माफ कर दिया गया है। 2017 में पहली कैबिनेट बैठक में 86 लाख किसानों का 36,000 करोड़ रुपये का ऋण माफ किया गया था। अब तक 1.65 करोड़ किसानों को मुफ्त बिजली कनेक्शन दिए जा चुके हैं। सीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने किसानों के हित में कई क्रांतिकारी निर्णय लिए हैं।
उन्होंने बताया कि 2017 से पहले किसानों को अपनी फसल बेचने में बिचौलियों का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब सरकार सीधे खरीद कर रही है। इसके चलते खाद्यान्न उत्पादन भी बढ़ा है। 2016-17 में प्रति हेक्टेयर 22.27 क्विंटल खाद्यान्न उत्पादन होता था, जो 2023-24 में बढ़कर 30.51 क्विंटल हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत वर्ष 2023-24 में 28.58 लाख किसानों ने 19.84 लाख हेक्टेयर भूमि का बीमा कराया, जिसमें 9.33 लाख किसानों को 495.41 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति दी गई। गन्ना उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश ने उल्लेखनीय वृद्धि की है। 2016-17 में 20.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ने की खेती होती थी, जो अब बढ़कर 29.6 लाख हेक्टेयर हो गई है। गन्ने की प्रति हेक्टेयर पैदावार 72 टन से बढ़कर 85 टन हो गई है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 के पहले 22 वर्षों में जितना गन्ना मूल्य भुगतान हुआ था, उससे अधिक केवल सात वर्षों में किया गया है। 2017 से अब तक 2.73 लाख करोड़ रुपये गन्ना किसानों को भुगतान किए जा चुके हैं। राज्य में वर्तमान में 120 चीनी मिलें संचालित हैं, जिनमें 39 नई चीनी मिलें स्थापित की गई हैं और 6 पुरानी मिलों का पुनः संचालन हुआ है। 38 चीनी मिल का विस्तार हुआ है और लगभग 125000 लोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के साथ जुड़े हुए हैं।
इसके साथ ही 285 खांडसारी इकाइयों की स्थापना के माध्यम से 41800 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त हुआ है। एथेनॉल उत्पादन में 42 करोड़ लीटक से बढ़कर के 2023-2024 में बढ़कर के 77 करोड़ लीटर का उत्पादन हो रहा है। सीएम योगी ने बताया कि सिंचाई और बिजली की निशुल्क व्यवस्था उपलब्ध होने के बाद 14 लाख से अधिक निजी नलकूपों में बिजली बिल माफ किए गए हैं।
31,000 सिंचाई परियोजनाओं के पूर्ण होने से 22 लाख 75000 हेक्टेयर की अधिक सिंचन की क्षमता भी अर्जित की गई है, जिसके माध्यम से 46 लाख 69000 कृषक इसके माध्यम से सीधे-सीधे लाभान्वित हुए हैं। इसके अलावा मध्य गंगा नहर परियोजना फेज टू कनहर सिंचाई परियोजना महाराजगंज में रोहिणी नदी बांध है, यह पूर्ण होने पर 4,74,000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में सिंचन की अतिरिक्त क्षमता उत्पन्न होगी और उसके माध्यम से 6,77,000 किसान इसके माध्यम से लाभान्वित होंगे। इसके साथ ही पीएम कुसुम योजना के तहत इस सत्र में 53000 से अधिक किसानों को सोलर पैनल उपलब्ध करवाने की कार्यवाही भी सरकार आगे बढ़ने जा रही है।