लखनऊ: आज विजय श्री फाउंडेशन, प्रसादम सेवा के तत्वाधान में धनेश अग्रवाल एवं रश्मि अग्रवाल ने अपने पूरे परिवार के साथ सेवा धर्म की पावन मंदाकिनी में डुबकी लगाते हुए अपने प्रिय पुत्र रुद्राक्ष अग्रवाल के जन्म दिन की मंगल वेला पर लोहिया अस्पताल, लखनऊ में कैंसर एवम असाध्य रोगियों के निःसक्त तीमारदारो की भोजन सेवा कर दरिद्र नारायण की सेवा के माध्यम से नर सेवा ही नारायण सेवा है, के ध्येय वाक्य को चरितार्थ किया।
अवतु प्रीणातु च त्वां भक्तवत्सलः ईश्वरः। स्वस्त्यस्तु ते कुशलमस्तु चिरायुरस्तु। जन्मदिनस्य शुभकामनाः
सेवा से बड़ा कोई परोपकार इस विश्व में नहीं है, जिसे मानव सहजता से अपने जीवन में अंगीकार कर सकता है। प्रारंभिक शिक्षा से लेकर हमारे अंतिम सेवा काल तक सेवा ही एक मात्र ऐसा आभूषण है, जो हमारे जीवन को सार्थक सिद्ध करने में अहम भूमिका निभाता है। बिना सेवा भाव विकसित किए मनुष्य जीवन को सफल नहीं बना सकता। हम सभी को चाहिए कि सेवा के इस महत्व को समझें व दूसरों को भी इस ओर जागरूक करने की पहल करें।
मैं फूडमैन विशाल सिंह, रुद्राक्ष अग्रवाल को पूरे प्रसादम परिवार की तरफ से जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ। प्रसादम सेवा यज्ञ में अन्न की आहुति देने के लिए श्री धनेश अग्रवाल जी एवं श्रीमती रश्मि अग्रवाल जी सहित आपके पूरे परिवार को बहुत -बहुत धन्यवाद।
भाइयों , जीवन में भूख ही सबसे बड़ा दुख हैं, रोग हैं, तड़प हैं ,इसलिए प्रसाद सेवा के पुण्य कार्य में आपके पूरे परिवार ने प्रतिभाग करते हुए गरीब , असह्य , भूख से तडफते और करुणा कलित चेहरों पर मुस्कान लाने का जो प्रयास किया है, इसके लिए आपके पूरे परिवार को मेरा कोटि-कोटि वंदन एवं मैं मां अन्नपूर्णा एवं माता लक्ष्मी से प्रार्थना करता हू कि आप और आपका परिवार हमेशा धन- धान्य से परिपूर्ण रहे, आप इसी तरह से मुस्कराते हुए लोगो की सेवा करे, यही पुण्यों का फिक्स डिपॉज़िट हैं।