चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव में अमर्यादित बयानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी, इसके बावजूद नेता विवादित टिप्पणी करने से संकोच करते नजर नहीं आ रहे हैं। बता दें कि पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस नेता पीयूष पांडा ने पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ जातिगत टिप्पणी की है। जिसको लेकर भाजपा ने चुनाव आयोग से एक्शन लेने की मांग की है।
दरअसल, सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर वायरल एक वीडियो में (TMC Leader) पीयूष पांडा को पीएम मोदी के खिलाफ विवादित टिप्पणी करते ना जा सकता है। वायरल वीडियो में कथित तौर पर पीयूष पांडा कह रहे हैं कि ‘एक तेली का बेटा राम मंदिर का उद्घाटन और पूजा कैसे कर सकता है।
पीएम मोदी ने अधूरे राम मंदिर का उद्घाटन करके ईशनिंदा की है। ऐसा मैं नहीं बल्कि शंकराचार्यों ने कहा है। मोदी बहुत अहंकारी हैं। वह तेली समुदाय से हैं और वह मंदिर का उद्घाटन कर रहे हैं, जबकि ब्राह्मणों को आमंत्रित नहीं किया जा रहा है।’
भाजपा विधायक और पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने पीयूष पांडा का यह वीडियो अपने एक्स अकाउंट से शेयर किया है। इसी के साथ उन्होंने चुनाव आयोग से इस मामले में संज्ञान लेने का आग्रह किया है और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
सुवेंदु अधिकारी ने लिखा, ‘मैं राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री हंसराज गंगाराम अहीर जी से आग्रह करना चाहूंगा कि कृपया ओबीसी समाज पर हमले का संज्ञान लें। चुनाव आयोग को आचार संहिता के इस घोर उल्लंघन को लेकर इस नेता को चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने से प्रतिबंधित करना चाहिए।’