दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विरोध में 31 मार्च को यानी कल इंडिया गठबंधन राष्ट्रीय राजधानी में एक बड़ी रैली करने वाला है। यह रैली रामलीला मैदान में होगी। यहीं से इंडिया गठबंधन के घटक दल के प्रमुख नेता इस रैली में हुंकार भरेंगे। इस रैली में एक बार फिर से विपक्ष की एकजुटता देखने को मिलेगी। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। इस रैली की जिम्मेदारी का भार आम आदमी पार्टी के कंधों पर है, जबकि कांग्रेस समेत बाकी अन्य दल इस रैली को सफल बनाने की अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इस बीच विपक्ष की रैली को लेकर बीजेपी ने हमला बोला है।
रामलीला मैदान में होने जा रही INDIA गठबंधन की महारैली पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम ने मीडिया से बातचीत में कहा कि INDIA गठबंधन में शामिल दलों के नेताओं को राज्यों में कोई भी पूछने वाला नहीं है, इसलिए वे केवल मौका देखते हैं। जहां भीड़ इकट्ठी होती है वहां अपना भाषण देते हैं।
आज जनता ने इन्हें अस्वीकार कर दिया है। वे कल एक मंच पर दिखाई देंगे, भाषण देंगे और चलेंगे। इससे ज्यादा कुछ नहीं होने वाला है। उस गठबंधन में जीतने भी दल शामिल हैं, सभी की विचार धारा अलग-अलग है। कोई एक दूसरे को पसंद नहीं करते है।
बता दें कि इस रैली में आम आदमी पार्टी के नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री और कांग्रेस से मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, NCP (पवार गुट) अध्यक्ष शरद पवार, शिवसेना (UBT गुट) के उद्धव ठाकरे, RJD के नेता तेजस्वी यादव, डीएमके नेता तिरुची एन. शिवा, नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन, हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन, CPI (ML) के लीडर दीपांकर भट्टाचार्य, CPI के जनरल सेक्रेटरी डी. राजा, CPM महासचिव सीताराम येचुरी, झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और फॉरवर्ड ब्लॉक के लीडर जी देवराजन शामिल होंगे।
इस महारैली को लेकर दिल्ली पुलिस की ओर से जारी एनओसी के मुताबिक इसमें पुलिस ने 20 हजार लोगों के जुटने की अनुमति दी है। इसकी अवधि साढ़े पांच घंटे की होगी। यह रैली साढ़े 9 बजे से लेकर 2 बजे तक चलेगी। इसके लिए रामलीला मैदान में लाउडस्पीकर के साथ रैली को तमाम नेता संबोधित कर सकेंगे।