बुलंदशहर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों पर इस राज्य के विकास को अवरुद्ध रखने का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि लंबे समय तक यहां शासकों की तरह सरकार चलाने वालों ने सत्ता पाने के लिये समाज का बंटवारा किया जिसकी कीमत अनेक पीढ़ियों ने चुकाई है और देश को भी इसका गहरा नुकसान हुआ है।
प्रधानमंत्री ने पुलिस शूटिंग रेंज ग्राउंड में आयोजित एक कार्यक्रम में 19 हजार करोड़ रुपये से अधिक की 46 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसके बाद अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा, आजादी के बाद लंबे समय तक भारत में विकास को सिर्फ कुछ ही क्षेत्र में सीमित रखा गया। देश का बहुत बड़ा हिस्सा विकास से वंचित रहा। उत्तर प्रदेश पर भी ध्यान नहीं दिया गया जहां देश की सबसे अधिक आबादी बसती थी।
उन्होंने कहा, यह इसलिए हुआ क्योंकि लंबे समय तक यहां सरकार चलाने वालों ने शासकों की तरह बर्ताव किया। जनता को अभाव में रखने का और समाज में बंटवारे का रास्ता उनको सत्ता पाने का सबसे सरल माध्यम लगा। इसकी कीमत उत्तर प्रदेश की अनेक पीढ़ियों ने चुकाई है और देश को भी इसका बहुत बड़ा नुकसान हुआ है।
जब देश का सबसे बड़ा राज्य ही कमजोर हो तो देश कैसे ताकतवर हो सकता था। मैं तो उत्तर प्रदेश का सांसद हूं और उत्तर प्रदेश को विकसित बनाने में मेरी विशेष जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, वर्ष 2017 में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद से उत्तर प्रदेश में पुरानी चुनौतियों से निपटने के साथ ही आर्थिक विकास को नई गति मिली है। आज का कार्यक्रम हमारी इसी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
प्रधानमंत्री ने कहा, आज भारत में दो बड़े डिफेंस कॉरिडोर पर काम चल रहा है। उनमें से एक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बन रहा है। आज भारत में नेशनल हाईवे का तेजी से विकास हो रहा है, उनमें से अनेक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बन रहे हैं। आज हम उत्तर प्रदेश के हर हिस्से को आधुनिक एक्सप्रेसवे से जोड़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस मौके पर बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़, बुलन्दशहर एवं मेरठ की 19 हजार करोड़ रुपये से अधिक की 46 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने इस अवसर पर डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर न्यू खुर्जा एवं न्यू रेवाड़ी स्टेशनों से मालगाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।