चीनी हमारी सेहत के लिए काफी हानिरकारक होती है। खासकर अगर इसे ज्यादा मात्रा में डाइट में शामिल किया जाए, तो इसके कई गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। ज्यादा चीनी की वजह से होने वाली समस्याओं में डायबिटीज सबसे प्रमुख है। यह एक लाइलाज बीमारी है, जिसे दवाओं और सही खानपान की मदद से कंट्रोल किया जाता है। ऐसे में इस बीमारी के पीड़ित लोगों को अपने खानपान की काफी ख्याल रखना पड़ता है। खासकर अगर बात चीनी खाने की आती है, तो इसे लेकर ज्यादा सावधान रहने की जरूरत होती है।
डायबिटीज में चीनी खाने से अक्सर ब्लड शुगर के लेवल में बढ़ोतरी हो सकती है। ऐसे में इसे कंट्रोल में रखने के लिए जरूरी है कि अपनी डाइट से चीनी को पूरी तरह आउट कर दिया जाए, लेकिन बिना शक्कर चाय-कॉफी या अन्य मीठे व्यंजन बेस्वाद लगते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे विकल्पों के बारे में बताने वाले हैं, जिसे आप डायबिटीज में अपनी डाइट में शामिल कर चीनी को रिप्लेस कर सकते हैं।
कोकोनट शुगर
अपनी नेचुरल मिठास की वजह से नारियल चीनी का एक बढ़िया विकल्प साबित होगा। हाल के वर्षों में नेचुरल स्वीटनर के रूप में कोकोनट शुगर तेजी से लोकप्रिय हो गया है। इसे नारियल के ताड़ के पेड़ों के रस से बनाया जाता है।
मेपल सिरप
मेपल सिरप एक और नेचुरल स्वीटनर है, जो डायबिटीज वाले लोगों के लिए रिफाइंड चीनी का एक बढ़िया विकल्प साबित हो सकता है।
स्टीविया
स्टीविया एक प्राकृतिक स्वीटनर है। जीरो कैलोरी और जीरो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होने की वजह से यह डायबिटीज के पीड़ित लोगों के लिए रिफाइंड चीनी का एक बढ़िया विकल्प बनता है।
डेट शुगर
डेट शुगर यानी खजूर की चीनी सूखे खजूर से बनाई जाती है, जिसे पीसकर पाउडर बना लिया जाता है। इसमें सामान्य चीनी की तुलना में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है और इसमें कुछ विटामिन और मिनरल भी होते हैं।
गुड़
गुड़ लगभग हर भारतीय किचन में इस्तेमाल किया जाता है। यह भारत में एक लोकप्रिय नेचुरल स्वीटनर है, जो रिफाइंड शुगर की तुलना में एक स्वास्थ्यवर्धक विकल्प है। यह गन्ने के रस या ताड़ के रस से बनाया जाता है और इसमें कई जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं।
शहद
शहद का उपयोग बीते कई समय से नेचुरल स्वीटनर के रूप में किया जाता रहा है और इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। इसमें एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को बेहचर बनाने में मदद कर सकते हैं।