लेखपाल बनते ही पत्नी ने कारपेंटर पति का छोड़ा साथ

झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी में हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां 5 साल पहले हुई लव मैरिज के बाद पत्नी ने लेखपाल का नियुक्ति पत्र मिलते ही कारपेंटर पति का साथ छोड़ दिया। इसके बाद पति दर-दर भटकता रहा, लेकिन उसे पत्नी का साथ नहीं मिला और अब पत्नी ने कह दिया कि उसका तो विवाह ही नहीं हुआ। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले भी इसी तरह का केस सामने आया था, जहां पीसीएस ज्योति मौर्या के उच्च अधिकारी से प्रेम प्रसंग की खबर सामने आई थी, जिसके बाद उन्होंने भी पति को पहचानने से इनकार कर दिया था।

लेकिन, इस मामले में प्रशासन से लेकर शासन हरकत में आ गया और फिर पीसीएस अधिकारी को नौकरी से हाथ धोना पड़ा। इस मामले में पति ने आरोप लगाते हुए पत्नी की पोल-पट्टी खोल दी।दूसरी तरफ झांसी में इसी तरह के मामले में पत्नी के छोड़ के जाने के बाद अब उसका पति दर-दर भटक रहा है। पति ने बताया कि उसने लव मैरिज की थी और पत्नी को पढ़ाने के लिए उसने दिन रात मजदूरी की। उसे ये नहीं पता था कि पत्नी लेखपाल बनते ही उसे ये सिला देगी। हालांकि, वो पत्नी के लिए पुलिस से लेकर अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है, लेकिन उसे अभी तक न्याय नहीं मिला।

इसके बाद वो बुधवार को लेखपाल के लिए मिल रहे नियुक्ति पत्र आयोजन स्थल पर भी पहुंचा, लेकिन उसे पत्नी मिली नहीं और जब इस बारे में मीडिया ने पत्नी से बात करने की कोशिश की, तो उसने शादी की बात से साफ इनकार कर दिया।

अब नीरज विश्वकर्मा ने खुलासा किया है कि पत्नी उसके साथ बीती 18 जनवरी, 2024 से उसके साथ नहीं रह रही है। पत्नी को नियुक्ति पत्र 10 जुलाई को मिला था, उसने बताया कि पत्नी की नियुक्ति झांसी नई तहसील में हुई है। पति के मुताबिक, पत्नी किसी भी प्रकार से उससे संपर्क नहीं हुई। अब मामला फैमिली कोर्ट में चल रहा है और वहां पड़ रहीं तारीख पर पत्नी नहीं आ रही है।

नीरज अब चाहता है कि पत्नी किसी भी हालत में घर आ जाए और हम दोनों खुशी-खुशी रहें। पत्नी घर वापस लौट आएं और उसने बताया कि 6 जुलाई, 2022 को दोनों की शादी हुई थी।

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