बेंगलुरु। अपने देश में खेल रही भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मुकाबले की पहली पारी में शर्मनाक प्रदर्शन दिखाया। दूसरे दिन बेंगलुरु में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने महज 46 रन के स्कोर पर ढेर हो गयी। जोकि घरेलू मैदान में भारत का सबसे कम स्कोर है। इससे पहले 1987 में भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ महज 75 रन पर सिमट गयी थी। टीम इंडिया पांच बल्लेबाज शून्य पर आउट हो गए। टीम के सिर्फ 2 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा छू सके। एक यशस्वी जायसवाल 13, और दूसरे ऋषभ पंत जो 20(49) रन सबसे अधिक रन बनाकर आउट हुए । न्यूजीलैंड के लिए मैट हैनरी ने भारतीय बल्लेबाजी क्रम को तहत नहस करते हुए पांच विकेट झटके। जबकि विलियम ओरूर्क ने चार विकेट लिए ।
एडिलेड में 36 और लॉर्ड्स में 42 रन का रिकॉर्ड बना चुकी है टीम इंडिया
गौरतलब है कि साल 2020 में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थी। टूर्नामेंट का एक मुकाबला एडिलेड में खेला गया। जहां भारतीय टीम पहली पारी में 244 रन बनाये थे। जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम पहली पारी में सिर्फ 191 रनों पर ऑलआउट हो गयी थी। पहली पारी के आधार पर 53 रन की बढ़त हासिल करने वाली भारतीय टीम से फैंस को उम्मीद जग गई थी कि वह एडिलेड में अपना परचम लहराएंगे, लेकिन जब बल्लेबाजी शुरू हुई तो भारतीय बल्लेबाज कंगारू गेंदबाजों के समाने महज 36 रन पर ढेर हो गयी ।आखिरी के बल्लेबाज शमी चोटिल होने की वजह से रिटायर्ड हर्ट हुए थे। टेस्ट क्रिकेट में भारत का यह सबसे छोटा स्कोर है। दूसरी ओर, साल 1974 में भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में एक रोमांचक मुकाबला खेला गया था। जहां भारतीय टीम को पारी और 285 रनों के बड़े अंतर से शिकस्त का सामना करना पड़ा था। पहली पारी में इंग्लैंड ने 629 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया था। वहीं भारतीय टीम अपनी पहली पारी में 302 रन बनाने में कामयाब हुई थी।जिसके बाद विपक्षी टीम ने भारत को फॉलोऑन खेलने के लिए निमंत्रण दिया। इस बार भारतीय टीम का हाल और खराब रहा और पूरी टीम 42 रनों पर सिमट गई।