प्रयागराज । उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के पीसीएस-2024 (प्रारंभिक) व आरओ-एआरओ-2023 (प्रारंभिक) परीक्षा दो दिवस में कराने के निर्णय के खिलाफ प्रतियोगी परीक्षार्थियों में नाराजगी है। वहीं सोमवार को प्रयागराज स्थित उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग कार्यालय (UPPCS) के सामने प्रदर्शन कर रहे कैंडीडेट्स को पुलिस ने लाठीचार्ज करके खदेड़ दिया। इस दौरान भगदड़ मचने से कई छात्र चोटिल हो गए।
वहीं ,करीब 50 हजार छात्र अयोग के कार्यालय से थोड़ी दूर धरने पर बैठ गए हैं। वह नारे लगा रहे हैं कि बंटेंगे नहीं। न्याय मिलने तक हटेंगे नहीं। सोमवार को यूपी पीसीएस और RO/ARO (रिव्यू अफसर और असिस्टेंट रिव्यू अफसर) परीक्षा के हजारों कैंडीडेट्स यूपी, MP, बिहार समेत कई राज्यों से आयोग कार्यालय का घेराव करने पहुंचे।प्रदर्शन पहले से ही तय होने के चलते पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था थी। आयोग से करीब 500 मीटर पहले ही पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी है । कैंडीडेट्स आयोग तक आने पर अड़े हुए थे, ऐसे में बैरिकेडिंग तोड़ दी। इससे वहां हालात बेकाबू हो गए।
अखिलेश यादव ने किया समर्थन, बोले – युवा विरोधी भाजपा का छात्राओं और छात्रों पर लाठीचार्ज बेहद निंदनीय कृत्य
पुलिस और RAF ने कैंडिडेट्स को खदेड़ा। आयोग के गेट नंबर 3 के करीब पहुंच गए। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज करके छात्रों को वहां से हटाया। फिलहाल, आयोग के सभी एंट्री गेट को बंद कर दिया है। वहीं इस पूरे मामले को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने X यानी ट्विटर पर पोस्ट लिखा कि युवा विरोधी भाजपा का छात्राओं और छात्रों पर लाठीचार्ज बेहद निंदनीय कृत्य है। इलाहाबाद में UPPSC में धांधली को रोकने के लिए अभ्यर्थियों ने जो जब माँग बुलंद की तो भ्रष्ट भाजपा सरकार हिंसक हो उठी।
प्रयागराज से सेवापथ के विशेष संवाददाता रमेश चौधरी के अनुसार –प्रदर्शनकारी परीक्षार्थी पीसीएस प्री परीक्षा 7 व 8 दिसंबर और आरओ/एआरओ परीक्षा 22 व 23 दिसंबर को दो दिन में कराने और नॉर्मलाइजेशन लागू करने के आयोग के फैसले के खिलाफ धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि दोनों परीक्षाओं को एक ही दिन में किया जाए।पहले भी बीते 21 अक्टूबर को लोक सेवा आयोग में बड़ी संख्या में यूपीपीसीएस प्री 2024 और आरओ/एआरओ 2023 प्री एग्जाम को लेकर हजारों अभ्यर्थियों ने घेराव और सड़क पर धरना दिया था। तब भी छात्रों ने नो नॉर्मलाइजेशन और वन डे वन शिफ्ट की मांग को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया था।
छात्र नॉर्मलाइजेशन हटाने के साथ ही UPPSC और आरओ/एआरओ परीक्षा को पूर्व की तरह ही एक शिफ्ट में ही आयोजित करवाने की लगातार मांग करते आ रहे हैं।प्रदर्शनकारी परीक्षार्थियों की मांग है कि एक दिन और एक ही पाली में दोनों प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन किया जाए। इनका कहना है कि दो पालियों में परीक्षा कराए जाने से उन्हें नॉर्मलाइजेशन का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। हालांकि आयोग नकल और निष्पक्ष परीक्षा कराने के लिए दो दिन और दो पालियों में परीक्षा कराने की तैयारी कर रहा है।
प्रतियोगी छात्रों ने अपनी मांग को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हैश टैग अभियान भी चलाया है। सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर हैशटैग UPPSC, आरओ/एआरओ वनशिफ्ट नाम से चलाए गए अभियान को 2.40 लाख अभ्यर्थियों ने अपना समर्थन दिया।हालांकि, इतने व्यापक विरोधा के बावजूद आयोग ने शाम को दोनों ही परीक्षाएं दो दिन कराए जाने का निर्णय ले लिया। इसके बाद छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा है। यूपीपीएससी पर प्रदर्शन और लाठीचार्ज के बाद यूपीपीएससी ट्विटर (एक्स) पर ट्रेंड करने लगा। ट्रेंडिंग में यूपीपीएससी सबसे ऊपर रहा।