लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानमंडल का शीतकालीन सत्र का आज (मंगलवार) दूसरा दिन है, जिसमें कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई। प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष ने कई मुद्दों पर सरकार से सवाल किए, जिनका जवाब योगी सरकार के मंत्रियों ने दिया। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सदन में 17,865.72 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया। यह बजट मुख्य रूप से महाकुंभ, नगर विकास योजनाओं, बुनियादी ढांचे के विकास, औद्योगिक विकास, स्वास्थ्य और परिवहन पर केंद्रित है। इसमें 790.49 करोड़ रुपये के नए प्रस्ताव भी शामिल हैं।
अनुपूरक बजट तब पेश किया जाता है जब सरकार को अपने पहले से स्वीकृत बजट में अतिरिक्त खर्च की आवश्यकता होती है। यह बजट उन खर्चों को शामिल करने के लिए भी होता है जो पहले अनुमानित बजट में नहीं थे या नए योजनाओं और नीतियों की वजह से आवश्यक हो गए हैं। इस बजट को पहले कैबिनेट से मंजूरी दिलाई गई थी।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने अनुपूरक बजट के बारे में बयान देते हुए कहा कि यह प्रदेश के विकास को गति देने के लिए पेश किया जा रहा है। उन्होंने वन नेशन, वन इलेक्शन के मुद्दे पर भी बयान दिया, यह कहते हुए कि देश को इस कानून का लंबे समय से इंतजार है और यह देश के लिए बेहद जरूरी है। इसके अलावा, बनारस में मुस्लिम बहुल इलाके में मंदिर मिलने पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था का राज कायम करना उनकी प्राथमिकता है।