देश में ठगी के एक से एक मामले सामने आ रहे है। पुलिस प्रशासन ठगी के एक तरके से लोगों को सतर्क नहीं कर पाते है कि ठग तब तक दूसरा तरीका अपना कर ठगी की घटना को अंजाम दे चुके होते है। ऐसा ही ठगी का एक नया तरीका उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से आया है यहां मकान मालिक का किराएदार बनकर मदद के नाम पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से 95 हजार की ठगी कर ली गई।
दरअसल लखनऊ PGI थाना क्षेत्र में रहने वाली अंजना वर्मा के मकान में क्लीनिक है. 26 जनवरी को उनके पास अज्ञात नंबर से कॉल आया. फोन करने वाले ने कहा कि आपका किराएदार बोल रहा हूं. फोन बंद हो गया है, इसलिए नए नंबर से कॉल कर रहा हूं। हॉस्पिटल में कुछ और रुपयों की सख्त जरूरत है,आप मेरे बताए नंबर पर रुपये भेज दीजिए, जल्द ही लौटा देंगे।
फोन करने वाले की आवाज अंजना के किराएदार से मैच कर रही थी, इसी वजह से अंजना झांसे में फंस गईं और पहली बार में 55 हजार रुपये भेजे, इसके बाद 25 हजार ट्रांसफर कर दिए। जब कॉल करने वाले ने और भी रुपयों की मांग कर ट्रांसफर करवाए तो अंजना को कुछ शक हुआ और उन्होंने किराएदार के नंबर पर कॉल किया, तब पता चला कि उनके साथ ठगी हो गई है। अंजना से 95 हजार रुपये ठग ने ट्रांसफर करवा लिए थे।
इसके बाद अंजना वर्मा ने मामले की शिकायत पुलिस से की है पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में एडीसीपी साउथ जोन शशांक सिंह का कहना है कि महिला के साथ फ्रॉड हुआ है। जिस नंबर से कॉल आया था उसे ट्रेस कर कार्रवाई की जाएगी, मामले की कार्रवाई की जाएगी।