परिवहन विभाग में रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरने का प्रयास करें : दयाशंकर सिंह

  • परिवहन मंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की विभागीय समीक्षा
  • राजस्व प्राप्ति के लक्ष्यों को निर्धारित करते हुए उसे प्राप्त करने के लिए अधिकारी करें कार्यवाही
  • प्रवर्तन से जुड़े अधिकारी कम से कम 02 घंटा फील्ड में अवश्य जाए
  • जनता की समस्याओं का निस्तारण करने के लिए 10 से 12 बजे तक सभी अधिकारी कार्यालयों में रहे उपस्थित
  • सड़क सुरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित करायें, वालंटियर्स को अधिक से अधिक जोड़े
  • विभागीय प्रमोशन 30 सितम्बर तक पूर्ण करायें

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने विधान भवन स्थित सभागार कक्ष संख्या-44 ख में परिवहन विभाग की मण्डल स्तरीय एवं मुख्यालय स्तरीय अधिकारियों के साथ राजस्व प्राप्ति, प्रवर्तन एवं सड़क सुरक्षा जैसे विषयों पर समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन अधिकारी जीरो प्वाइंट पर भी ओवरलोडिंग को रोकने की कार्यवाही सुनिश्चित करें। प्रवर्तन अधिकारी दो घंटा कम से कम प्रवर्तन के लिए निकाले और फील्ड में जाकर इन्टरसेप्टर वाहनों का इस्तेमाल करते हुए वाहनों की चेकिंग करें। उन्होंने अप्रैल-मई माह में राजस्व प्राप्ति के लक्ष्यों को प्राप्त करने वाले प्रवर्तन अधिकारियों को बधाई दी एवं लक्ष्य प्राप्ति से कम रहने वाले जनपदों के प्रवर्तन अधिकारियों को और बेहतर कार्य करने के निर्देश दिये।

परिवहन मंत्री ने सभी डीटीसी, आरटीओ/एआरटीओ को निर्देश दिये कि सुबह 10 से 12 बजे तक अपने कार्यालय में अवश्य बैठें। उन्होंने कहा कि औचक निरीक्षण किये जाने पर यदि कोई अधिकारी/कर्मचारी अनुपस्थित पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिये कि अधिकारी अब सप्ताह में एक दिन निर्धारित कर जनसमस्याओं के समाधान के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि ओवरलोडिंग और ड्राइविंग लाइसेंस पर मुख्यतः अधिकारियों का फोकस होना चाहिए। ओवरलोडिंग और ड्राइविंग लाइसेंस की शिकायतों पर उनके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। साथ ही उन्होंने राजस्व प्राप्ति में रजिस्टेªशन से प्राप्त होने वाले आय को प्रवर्तन की कार्यवाही से प्राप्त होने वाले आय को अलग करते हुए डेटा तैयार करने के निर्देश दिये और प्रति सप्ताह रिपोर्ट मुख्यालय भेजने को कहा।

परिवहन मंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा अत्यन्त महत्वपूर्ण विषय है। सड़क सुरक्षा पर विभाग द्वारा किये गये कार्यों की मॉनीटरिंग की जाए। उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर-ट्राली के प्रयोग से अधिक मौत होने की रिपोर्ट मिलती है। अभियान चलाकर ट्रैक्टर-ट्राली के ड्राइवर को जागरूक किया जाए। प्रवर्तन टीम जॉच कर सुनिश्चित करे कि बिना डीएल कोई भी ट्रैक्टर ड्राइवर ट्रैक्टर न चलाये। उन्होंने इसके अलावा सड़क सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर खासकर ब्लैक स्पाट, अवैध कट्स, सवारी वाहनों में अनुमन्य संख्या से ज्यादा सवारियों को बैठाया जाना, ढ़ाबों/सड़क किनारे वाहनों का अवैध रूप से खड़ा किया जाना, को ठीक कराते हुए सड़क दुर्घटना में होने वाले मौतों पर नियंत्रण करने के निर्देश दिये।

उन्होंने निर्देश दिये कि अधिकारी वाहन डीलरों को अपनी एजेंसी पर सड़क सुरक्षा संबंधी नियमों के पालन संबंधी होर्डिंग/बैनर अवश्य लगवायें। अन्यथा की स्थिति में डीलरशिप निरस्त करने की कार्यवाही मुख्यालय द्वारा की जायेगी। उन्होंने सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए एनसीसी/एनएसएस/स्काउट गाइड/ बच्चों को अधिक से अधिक जोड़ने के लिए कार्यक्रम कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक न कराने वाले जनपदों के अधिकारियों के खिलाफ भी कार्यवाही करने के निर्देश दिये।


परिवहन मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश प्राप्त हैं कि विभागीय प्रमोशन समय से कराये जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि सितम्बर तक विभागीय प्रमोशन की कार्यवाही करा लें, जिससे कि विभागीय कार्यों को कुशलता पूर्वक सम्पन्न कराने में असुविधा न हो। साथ ही उन्होंने आयोग को भेजे गये रिक्त पदों के अधियाचन के बारे में जानकारी ली। भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों को दिये।बैठक में अपर मुख्य सचिव परिवहन एल0 वेंकटेश्वर लू, अपर महानिदेशक ट्रैफिक डी0डी0 पॉल्सन, परिवहन आयुक्त चन्द्रभूषण सिंह, विशेष सचिव के0पी0 सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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