प्रयागराज। महाकुंभ नगर में अपनी प्राचीन परंपराओं के साथ श्रीपंचायती अखाड़ा नया उदासीन निर्वाण 8 जनवरी को वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ धर्म ध्वजा स्थापित करेगा। इसके बाद 10 जनवरी को मुट्ठीगंज से नगर भ्रमण के साथ विशाल पेशवाई जुलूस छावनी में प्रवेश करेगा। यह जानकारी मंगलवार को अखाड़े के संत सोम मुनि महाराज ने दी।
सोम मुनि महाराज ने बताया कि श्रीपंचायती अखाड़ा नया उदासीन निर्वाण की स्थापना ब्रह्मा पुत्र संत कुमार ने की थी। इसके संचालन के लिए चार संतों की जिम्मेदारी दी गई थी, और यह परंपरा निरंतर चली आ रही है। सबसे पहले श्री पंचायती बड़ा उदासीन स्थापित हुआ था, उसके बाद श्री पंचायती नया उदासीन निर्वाण की स्थापना हुई। इस अखाड़े के संत बंधुआ होते हैं, जो अपनी तपस्या और धार्मिक कार्यों में संलग्न रहते हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि उज्जैन, नासिक और हरिद्वार में होने वाले कुंभ में सभी अखाड़े एक साथ रहते हैं, लेकिन प्रयागराज महाकुंभ में प्रत्येक अखाड़ा अलग-अलग अपनी धर्म ध्वजा और शिविर स्थापित करता है।
अखाड़े के संतों के बारे में जानकारी देते हुए सोम मुनि महाराज ने बताया कि वर्तमान में इस अखाड़े के प्रमुख संतों में जखीरा महंत आकाश मुनि, मुखिया महंत भगतराम महाराज, मुखिया महंत सुरजीत मुनि महाराज, मंगलदास महाराज, अध्यक्ष धुनीदास महाराज, सचिव जगतार मुनि और कोठारी महंत नारायण दास महाराज शामिल हैं। इस अखाड़े में लाखों संत जुड़े हुए हैं जो देशभर के विभिन्न क्षेत्रों में तपस्या करते हुए धार्मिक आयोजनों में भाग लेते हैं।सभी संन्यासी महाकुंभ मेला में शामिल होने के लिए आ रहे हैं, और इस विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन में उनकी उपस्थिति महत्त्वपूर्ण होगी।