यह न केवल विश्व अर्थव्यवस्था का आधार है, बल्कि रोजगार और तकनीकी कौशल विकास का भी महत्वपूर्ण स्तंभ है।
शिपिंग इंडस्ट्री, जिसे समुद्री परिवहन का केंद्र माना जाता है, आज के दौर में युवाओं के लिए असीम संभावनाएं लेकर आई है। यह न केवल विश्व अर्थव्यवस्था का आधार है, बल्कि रोजगार और तकनीकी कौशल विकास का भी महत्वपूर्ण स्तंभ है। रिंकू सिंह चौहान का मानना है कि शिपिंग इंडस्ट्री में मेहनत और समर्पण के साथ करियर बनाने वाले युवाओं के लिए यह एक उज्ज्वल क्षेत्र है। यह न केवल आर्थिक स्थिरता प्रदान करता है, बल्कि रोमांच और वैश्विक अनुभवों का भी एक बेहतरीन अवसर है। चौहान ने युवाओं से अपील की है कि वे इस क्षेत्र में अपनी रुचि और कौशल का विकास करें और शिपिंग इंडस्ट्री को अपने सपनों को साकार करने का माध्यम बनाएं।
उभरते अवसर और भूमिकाएं
रिंकू सिंह चौहान बताते हैं कि शिपिंग इंडस्ट्री में विविध प्रकार की भूमिकाएं उपलब्ध हैं। जहाज निर्माण, समुद्री नेविगेशन, लॉजिस्टिक्स, पोर्ट मैनेजमेंट, और समुद्री इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में युवाओं के लिए कई आकर्षक करियर विकल्प हैं। साथ ही, नई तकनीकों जैसे ऑटोमेशन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) ने इस इंडस्ट्री को और अधिक प्रासंगिक बना दिया है।
भविष्य की संभावनाएं
चौहान का कहना है कि जैसे-जैसे वैश्विक व्यापार बढ़ रहा है, शिपिंग इंडस्ट्री में कुशल युवाओं की मांग भी बढ़ रही है। भारतीय युवा, जो तकनीकी रूप से सक्षम और मेहनती हैं, इस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा सकते हैं। इसके अलावा, ग्रीन शिपिंग और पर्यावरणीय पहल के कारण इंडस्ट्री में स्थायित्व (सस्टेनेबिलिटी) पर भी जोर दिया जा रहा है, जो नई पीढ़ी के लिए एक आकर्षक पहलू है।
आवश्यक कौशल और तैयारी
रिंकू सिंह चौहान ने बताया कि इस क्षेत्र में सफल होने के लिए युवाओं को समुद्री कानून, अंतरराष्ट्रीय व्यापार, और तकनीकी ज्ञान में दक्षता हासिल करनी होगी। साथ ही, टीमवर्क, समस्या समाधान और कठिन परिस्थितियों में काम करने की क्षमता जैसे कौशल भी जरूरी हैं। इसके लिए मर्चेंट नेवी और मैरीटाइम कॉलेज जैसे संस्थानों में प्रशिक्षण लेना एक बेहतरीन कदम हो सकता है।