खबरों में कोशिश है,
हकीकत परोसे जाने की,
खबरों में मिलती रहती,
हमें सच की परछाई।
देखते तो सभी हैं घटनाएं,
प्रस्तुत करते अपने दृष्टिकोण से,
पुनरावृत्ति न हो ऐसी,
सोच करके सीख और विकल्प लिख देते।
जन साधारण तक शिक्षा का प्रसार हो
खबर पहुंचाने से पूरा करने का दायित्व है,
कल्याणकारी योजनाओं
का लाभ पहुंचाने की कोशिश
पुरजोर कोशिशों के बावजूद बाकी है।
परिवर्तन के लाभ से
कोई वंचित न रह जाए,
सरकारी रियायतों का लाभ
जन साधारण तक पहुंच जाए।
पूरा विश्व एक कुटुम्ब हो गया है,
तकनीकी रिवोल्यूशन ने कर दिखाया है,
बस सभी देशवासियों का एक करके,
सूचना क्रांति ने विश्वगुरु बनने
का सपना जगाया है।
शैलेंद्र कर विमल ।
–लेखक