स्व. श्री नीरज माथुर की पुण्यतिथि पर श्रीमती रेणु माथुर ने लोहिया इंस्टीट्यूट में जलाई सेवा की ज्योति

लखनऊ I नर सेवा नारायण सेवा, साथियों आज स्व. श्री नीरज माथुर की पुण्यतिथि पर सौजन्य पत्नी श्रीमती रेणु माथुर जी,विशाल माथुर (पुत्र ), शिवा माथुर, अनुजा माथुर, एवं समस्त माथुर परिवार ने आज अपने पूरे परिवार के साथ लोहिया संस्थान लखनऊ स्थित विजयश्री श्री फाउंडेशन (प्रसादम सेवा )में कैंसर एवं असाध्य रोगों से पीड़ित निशक्त तीमारदारों की भोजन सेवा कर स्व. श्री नीरज माथुर जी को श्रद्धा सुमन अर्पण कर सेवा की ज्योति जलाई। इस दौरान में पूरा माथुर परिवार अपने हाथों से प्रसादम सेवा में आये हजारों लोगों को भोजन परोस कर खिलाया।

स्व. श्री नीरज माथुर जी की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए सौजन्य पत्नी श्रीमती रेणु माथुर जी कहा कि हम लोग सौभाग्यशाली हैं कि हमे भगवान ने नि:शक्त तीमारदारों की सेवा के लिए सक्षम बनाया। हमे विश्वास है कि नर सेवा नारायण सेवा के लिए हमने जिन लोगों को भोजन प्रसाद वितरण किया है , इसी में से कोई न कोई परमात्मा होगा जो हम सबका कल्याण करेंगे ।

आप लोगों का मानना है कि गरीबों, असहायों, मजलूमों एवं भूखे व्यक्तियों को देखकर आपके हृदय में करुणा-कलित हो जानी जाना चाहिए, उसमें विकलता की रागनी बजनी चाहिए, क्योंकि हम सब भी उसी दयानिधि के अंश है। नर सेवा ही वास्तव में ईश्वर की सेवा है। कहा जाता है कि कण कण में भगवान हैं, इस लिए नर सेवा ही नारायण सेवा है। भूखें व्यक्तियों को भोजन कराकर आप ईश्वर को प्रसन्न करते हैं क्योंकि वे ईश्वर के ही तो अंश हैं । इसीलिए सभी धर्मों में अन्नदान को महादान बताया गया है।

स्व. श्री नीरज माथुर जी की पुण्यतिथि पर विजय श्री फाउंडेशन, प्रसादम सेवा के संस्थापक फ़ूडमैन विशाल सिंह ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि भूखे को भोजन देना, प्यासे को पानी पिलाना ही सच्ची मानवता है। समाज और संसार में नर सेवा ही नारायण सेवा है। यही पुण्यों के फिक्स डिपोजिट है।


इसी तरह मानव सेवा के मिशन को आगे बढ़ाते हुए अपने से दीन-हीन, असहाय, अभावग्रस्त, आश्रित, वृद्ध, विकलांग, जरूरतमंद व्यक्ति पर दया दिखाकर सेवा करने से ही समाज उन्नति करेगाI

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