उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में देर रात गणेश पूजा पंडाल पर पथराव करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि आरती के समय 20 से 25 युवक वहां पहुंचे और पंडाल में ईट,पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। इस पथराव में मूर्ति का कलश टूट गया। इसके बाद आरोपी धार्मिक नारे लगाते हुए जान से मरने की धमकी देते हुए फरार हो गए। गुस्साएं भीड़ ने पुलिस थाने पहुंचकर जमकर हंगामा किया। फिलहाल पुलिस ने इस मामलें में एक आरोपी को गिफ्तार कर लिया हैं।
जानकारी के मुताबिक, पथराव के कारण भगवान गणेश की प्रतिमा का कलश टूट गया। इस पथराव के बाद गुस्साई भीड़ ने चिनहट थाना को घेर लिया और कार्रवाई की मांग करने लगे। पथराव करने वाले जान से मारने की धमकी देते हुए और सिर तन से जुदा नारे लगाते हुए भाग गए। कुछ आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बता दें कि जिस आरोपी को पुलिस ने हिरासत में लिया है वे सब नाबालिक है।
पूरा मामला लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र का है। चिनहट क्षेत्र के मल्हौर रोड के पास रहने वाले प्रदीप चौरसिया ने घर पर गणेश की प्रतिमा स्थापित की थी। उत्सव के चौथे दिन मुहल्ले के ही एक खास समुदाय के लोगों ने उनके पूजा में विघ्न डाला दिया। घर पर पत्थरबाजी की। इसके बाद थाने में दर्जनों की संख्या में लोग इक्कठा हुए। बताया जा रहा है कि प्रदीप काफी दिनों से एक खास समुदाय के टारगेट पर थे। प्रदीप चौरसिया बताया कि मै घर पर नहीं था उसी दौरान पथराव किया गया। इस घटना में गणेश की मूर्ति खंडित हुई और वहां मौजूद बच्चे भी घायल हुए। इस हादसे के बाद प्रदीप चौरसिया ने इंसाफ की मांग की है।
आपको बता दें की इससे पहले सूरत में भी गणेश पूजा पंडाल में पथराव किया गया था। बता दें रविवार देर रात 6 युवकों ने पंडाल पर पथराव किया था। इसके बाद आरोपियों के घरवाले लोगों के साथ प्रदर्शन करने लगे फिर दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया। इलाके में देर रात तक जमकर हिंसा हुई। पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। फिलहाल पुलिस ने पथराव करने वाले अभी तक 28 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।