सदियों के लंबे इंतजार के बाद भव्य राम मंदिर बनकर तैयार है और प्रभु श्रीराम अपनी पूरी भव्यता-दिव्यता के साथ उसमें विराजमान हो रहे हैं। राम की नगरी अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां जारी है। इस बीच देशभर के तमाम खास लोगों को निमंत्रण दिए गए हैं। ऐसे में देशभर से आम और खास लोगों का जमावड़ा जुटेगा लेकिन ये देखना दिलचस्प होगा कि इस दिन कौन-कौन से नेता अयोध्या पहुंचेंगे और कौन इस कार्यक्रम से दूरी बनाएंगे।
हालांकि विपक्ष के कुछ नेताओं ने इस कार्यक्रम से दूरी बनाई है। कुछ नेताओं का कहना है कि वह 22 जनवरी के बाद सपरिवार अयोध्या जाएंगे।
- कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य नहीं होंगे शामिल
- 22 जनवरी को अयोध्या नहीं जाएंगी ममता बनर्जी, कालीघाट मंदिर जाने का किया ऐलान
- अरविंद केजरीवाल बोले- 22 जनवरी के बाद सपरिवार जाएंगे अयोध्या
- मायावती को मिला न्योता, जाने या न जाने को लेकर अभी स्थिति साफ नहीं
- अखिलेश यादव ने 22 जनवरी के बाद सपरिवार अयोध्या जाने की कही बात
- लालू यादव ने ठुकराया प्राण प्रतिष्ठा का न्योता, नहीं होंगे शामिल
- फारूख अब्दुल्ला ने कहा- न्योता मिलने पर जरूर जाएंगे अयोध्या
- एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार 22 जनवरी के बाद जाएंगे अयोध्या
- जेडीयू अध्यक्ष और बिहार सीएम नीतीश कुमार ने अभी तक साधी है चुप्पी
- वीबीए प्रमुख प्रकाश आंबेडकर भी प्राण प्रतिष्ठा में नहीं होंगे शामिल
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां तेज चल रही है। प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरा अयोध्या धाम राम ध्वजों से रंग गया है लोग अपने घर की छतों पर राम ध्वज लहराए रहे है तो वहीं अयोध्या की सड़कों पर राम के जयकारे लगाए जा रहे। प्राण प्रतिष्ठा को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या नगरी को फूलों से सजाई जा रही, वहीं गेंदे के फूलों की लड़ियों से राम-सीता का नाम तैयार किया जा रहा है।
16-22 जनवरी तक ऐसा रहेगा कार्यक्रम
- 16 जनवरी से पूजन की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी।
- 17 जनवरी को श्रीविग्रह का परिसर भ्रमण कराया जाएगा तथा गर्भगृह का शुद्धिकरण होगा।
- 18 जनवरी से अधिवास प्रारंभ होगा। दोनों समय जलाधिवास, सुगंध और गंधाधिवास भी होगा।
- 19 जनवरी को प्रातः फल अधिवास और धान्य अधिवास होगा।
- 20 जनवरी को सुबह पुष्प और रत्न व शाम को घृत अधिवास होगा।
- 21 जनवरी को प्रात: शर्करा, मिष्ठान और मधु अधिवास व औषधि और शैय्या अधिवास होगा।
- 22 जनवरी को मध्य दिवस में रामलला के विग्रह की आंखों से पट्टी हटायी जाएगी और उन्हें दर्पण दिखाया जाएगा।