काजीरंगा (असम)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार सुबह असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान एवं बाघ अभयारण्य में हाथी की सवारी की और जीप सफारी का आनंद लिया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा घोषित विश्व धरोहर स्थल की अपनी पहली यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने उद्यान में दो घंटे बिताए।
इस दौरान मोदी ने संरक्षण के प्रयासों में अग्रणी महिला वन रक्षकों की टीम ‘वन दुर्गा’ की सदस्यों, महावतों और वन अधिकारियों से बातचीत की।
मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘काजीरंगा गैंडों के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां बड़ी संख्या में हाथी और कई अन्य प्रजातियां भी हैं।प्रधानमंत्री ने सबसे पहले उद्यान के मध्य कोहोरा रेंज के मिहिमुख क्षेत्र में हाथी की सवारी की।
अधिकारी ने बताया कि जंगल छलावरण पोशाक, जैकेट और टोपी पहने मोदी ‘प्रद्युम्न’ नामक हाथी पर सवार हुए, जिसके महावत का नाम राजू है। मोदी डैगलैंड और फोलियोमारी क्षेत्र के सफारी मार्ग से गुजरे। उनके पीछे 16 हाथियों का काफिला था।काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में उन्होंने तीन हाथियों – लाखीमाई, प्रद्युम्न और फूलमती को गन्ना खिलाया।
इसके बाद प्रधानमंत्री ने इसी वन क्षेत्र में जीप सफारी की और वह अभयारण्य का नजारा देखने के लिए ‘दफलांग वॉच टॉवर’ पर रुके।अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री के काफिले के रास्ते से एक बाघ गुजरा। उन्होंने बताया कि मोदी ने जंगल में एक सींग वाले गैंडे, जंगली भैंस, हिरण और कई पक्षियों को देखा।
काजीरंगा दौरे में प्रधानमंत्री मोदी ने जंगल और वन्यजीवों की कई तस्वीरें लीं।इस दौरान उनके साथ काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान निदेशक सोनाली घोष भी थीं। अन्य वरिष्ठ वन अधिकारी और सुरक्षाकर्मी भी वहां मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘महिला वन रक्षकों की टीम वन दुर्गा के साथ बातचीत की, जो संरक्षण प्रयासों में अग्रणी हैं और हमारे जंगलों एवं वन्यजीवों की बहादुरी से रक्षा कर रही हैं। हमारी प्राकृतिक विरासत की सुरक्षा के प्रति उनका समर्पण और साहस वास्तव में प्रेरणादायक है।’’
प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर मध्य कोहोरा रेंज में आम पर्यटकों के लिए जीप और हाथी सफारी सात मार्च से बंद है और पर्यटक 10 मार्च से फिर से सफारी का आनंद ले सकेंगे। प्रधानमंत्री राज्य के दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार शाम को काजीरंगा पहुंचे थे।
मोदी दोपहर में जोरहाट लौटेंगे और महान अहोम सेनापति लचित बोरफुकन की 125 फुट ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ वेलर’ (बहादुरी की प्रतिमा) का उद्घाटन करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद मोदी जोरहाट के मेलेंग मेतेली पोथार जाएंगे, जहां वह लगभग 18,000 करोड़ रुपये की केंद्रीय और राज्य परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री जनसभा को भी संबोधित करेंगे ।