मौनी अमावस्या पर प्रयागराज रेल मंडल ने 222 मेला स्पेशल ट्रेनों के संचालन का बनाया रिकॉर्ड

  • मेला स्पेशल ट्रेनों सहित प्रयागराज रेलवे मंडल द्वारा 360 से अधिक ट्रेनों का संचालन
  • प्रयागराज के सभी नौ रेलवे स्टेशनों से दिशा-विशेष मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं
  • एनसीआर के महाप्रबंधक व मंडल रेल प्रबंधक ने कंट्रोल रूम से की निगरानी
  • श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए समय से पहले खोला गया खुसरो बाग होल्डिंग एरिया

महाकुंभ के सबसे बड़े अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या के शुभ अवसर पर करोड़ों श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में अमृत स्नान किया। पर्व से पहले ही लाखों श्रद्धालुओं का प्रयागराज आगमन जारी था, जिसके मद्देनजर प्रयागराज रेलवे मंडल द्वारा उनकी सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा के लिए व्यापक प्रबंध किए।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे प्रशासन ने बुधवार को रिकॉर्ड 222 मेला स्पेशल ट्रेनों सहित 360 से अधिक ट्रेनों का संचालन किया। ये विशेष ट्रेनें पूरे दिन प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों से चलाई गईं।

प्रयागराज रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए, जिनमें सुव्यवस्थित टिकट वितरण, निर्धारित शरण स्थल एवं होल्डिंग क्षेत्र, तथा जीआरपी एवं सिविल पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर श्रद्धालुओं के सुगम प्रवेश और निकास की व्यवस्था शामिल रही।

मौनी अमावस्या पर प्रयागराज रेलवे प्रशासन ने सफलतापूर्वक संचालित कीं :

  • 104 मेला स्पेशल ट्रेनें – प्रयागराज जंक्शन (एनसीआर) से
  • 23 ट्रेनें – छिवकी से, 17 ट्रेनें – नैनी से, 13 ट्रेनें – सुबेदारगंज से
  • 23 स्पेशल ट्रेनें – एनआर के प्रयाग स्टेशन से, 5 ट्रेनें – फाफामऊ से, 9 ट्रेनें – रामबाग (एनईआर) से, 28 ट्रेनें – झूंसी से
  • अतिरिक्त रूप से – 5 विस्तारित ट्रेनें, 5 रिंग रेल, 3 लंबी दूरी की ट्रेनें और 69 गैर-समयबद्ध ट्रेनें एनसीआर स्टेशनों से संचालित की गईं

सुबह 8 बजे के आसपास श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए खुसरो बाग होल्डिंग एरिया को समय से पहले सक्रिय कर दिया गया। सिविल पुलिस की सहायता से वहां से श्रद्धालुओं को नियंत्रित रूप से प्रयागराज स्टेशन तक पहुंचाया गया, जिससे ट्रेन में चढ़ने की प्रक्रिया सुचारू बनी रही।

रेलवे परिचालन की निगरानी के लिए एनसीआर के महाप्रबंधक उपेंद्र जोशी ने वार रूम से स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखी, वहीं मंडल रेल प्रबंधक हिमांशु बडोनी ने कंट्रोल रूम से समन्वय सुनिश्चित किया।

प्रयागराज रेलवे प्रशासन की इन रणनीतिक तैयारियों से करोड़ों श्रद्धालुओं की यात्रा को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सहज बनाया गया, जिससे अमृत स्नान पर्व में आने वाले यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

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