जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने एनडीए में शामिल होने के संकेत दिए हैं।गठबंधन से अलग होकर 2024 के लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है। यह विपक्षी गठबंधन के लिए एक बड़ा झटका है, जो पहले ही कई दलों के जाने से कमजोर हो चुका है। राज्य के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि उनकी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस राज्य में अकेले चुनाव लड़ेगी। यही नहीं, फारूक ने पीएम नरेंद्र मोदी की तरफ दोस्ती का हाथ भी बढ़ा दिया है।
दरअसल, फारूक अब्दुल्ला ने श्रीनगर में एक बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह ऐलान की। उन्होंने कहा कि NC किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं बनने जा रही है और सभी छह लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।
फारूक के ताजा बयान ने राष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। विपक्षी गठबंधन का हिस्सा रहे एनसी के नेता अब्दुल्ला ने कहा है कि उनकी पार्टी सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हो सकती है। यह बयान इसलिए अहम है, क्योंकि इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी विपक्षी महागठबंधन छोड़कर NDA का दामन थाम लिया था।
माना जा रहा है यह निर्णय कई कारणों से लिया गया है, जिनमें सीटों के बंटवारे को लेकर गठबंधन में मतभेद और NC का मानना है कि वह अकेले ही बेहतर प्रदर्शन कर सकती है।