योगी सरकार ने आठ लाख से अधिक धान किसानों को किया 11,745 करोड़ से अधिक का भुगतान
लखनऊ । योगी सरकार ने आठ लाख एक हजार से अधिक धान किसानों को 11745 करोड़ का भुगतान किया। धान खरीद 2023-24 के अंतर्गत प्रदेश में 53.79 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हुई। सरकार ने कॉमन धान का समर्थन मूल्य 2183 रुपये व ग्रेड ए धान का समर्थन मूल्य 2203 रुपये प्रति कुंतल निर्धारित किया था।
धान खरीद में लखनऊ मंडल शीर्ष पर रहा। यहां 7.52 लाख मीट्रिक टन से अधिक की धान खरीद हुई। बरेली में छह लाख 49 हजार मीट्रिक टन तो वाराणसी में छह लाख 18 हजार मीट्रिक टन से अधिक की धान खरीद हुई। वहीं लखनऊ व रामनगरी अयोध्या मंडल के एक लाख से अधिक किसानों से धान की खरीद की गई।
धान खरीद में लखनऊ मंडल शीर्ष पर रहा। यहां कुल 7.52 लाख मीट्रिक टन से अधिक की धान खरीद हुई। बरेली मंडल में 6.49 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हुई।
वाराणसी मंडल में 6.18 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान खरीद हुई। गोरखपुर मंडल में 5 लाख 9 हजार मीट्रिक टन धान खरीद हुई।
अयोध्या मंडल में 5.78 लाख मीट्रिक टन, मुरादाबाद मंडल में 4.61 लाख मीट्रिक टन, प्रयागराज मंडल में 4.53 लाख मीट्रिक टन, देवीपाटन मंडल में 3.38 लाख मीट्रिक टन,
बस्ती मंडल में 2.89 लाख मीट्रिक टन, मीरजापुर मंडल में 2.68 लाख मीट्रिक टन, आजमगढ़ मंडल में 2.12 लाख मीट्रिक टन, कानपुर मंडल में 1.81 लाख मीट्रिक टन, चित्रकूट धाम मंडल में 42 हजार मीट्रिक टन से अधिक की धान खरीद हुई।
योगी सरकार ने धान खरीद में किसानों को काफी सहूलियत दी थी। इसका लाभ उठाते हुए किसानों ने अपने धान की बिक्री की। सर्वाधिक खरीद लखनऊ मंडल के किसानों से की गई। यहां एक लाख पांच हजार 925 किसानों से खरीद हुई। वहीं रामनगरी अयोध्या के एक लाख दो हजार 908 किसानों से धान खरीद हुई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर के 91409 किसानों से धान की खरीद की गई, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के 90145 किसानों से धान खरीद हुई।
बरेली मंडल में 79960 किसान, प्रयागराज मंडल में 78933 किसान, मुरादाबाद में 54604, देवीपाटन में 47242 किसान, मीरजापुर में 40831 किसान, आजमगढ़ में 38079 किसान, बस्ती मंडल में 36252 किसान, कानपुर में 24035 किसान, चित्रकूट में 7650 किसानों से धान खरीद की गई। पूर्वी व पश्चिमी उत्तर प्रदेश मिलाकर 5207 केंद्रों से कुल 801624 (आठ लाख एक हजार 624) किसानों से धान खरीद हुई।