लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने सुलतानपुर में एक सर्राफा व्यापारी के यहां डेढ़ करोड़ रुपये की लूट के मामले में एक अभियुक्त की पुलिस के साथ मुठभेड़ में हुई मौत को लेकर एक दूसरे पर आरोप मढ़ रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधा और कहा कि कानून व्यवस्था के मुद्दे पर इन दोनों दलों के नाटक से सभी को सावधान रहना चाहिए।
मुठभेड़ में मंगेश यादव नामक अभियुक्त की मौत के बाद सपा ने इसे जाति देखकर की गयी फर्जी मुठभेड़ करार दिया था, जबकि भाजपा ने सपा पर अपराधियों को बचाने का आरोप लगाया था। मायावती ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर सिलसिलेवार पोस्ट में कहा, उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले में मुठभेड़ की घटना के बाद से भाजपा व सपा में कानून-व्यवस्था को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगाये जा रहे हैं तथा अपराध, अपराधी व जाति के नाम पर जबरदस्ती की राजनीति की जा रही है, जबकि इस मामले में ये दोनों चोर-चोर मौसेरे भाई जैसे हैं।
उन्होंने कहा, यानी भाजपा की तरह सपा सरकार में भी तो कई गुणा ज्यादा कानून-व्यवस्था का बुरा हाल था। दलितों, अन्य पिछडे वर्गों, गरीबों व व्यापारियों आदि को सपा के गुण्डे, माफिया दिन-दहाड़े लूटते व मारते-पीटते थे, ये सब लोग भूले नहीं हैं। बसपा अध्यक्ष ने कहा, उत्तर प्रदेश में वास्तव में कानून द्वारा कानून का राज बसपा के शासन में ही रहा है। जाति व धर्म के भेदभाव के बिना लोगों को न्याय दिया गया। कोई फर्जी मुठभेड़ भी नहीं हुए। इसलिए भाजपा व सपा के कानूनी राज के नाटक के प्रति सभी सजग रहें।
सुलतानपुर जिले में पिछले महीने एक र्साफा व्यवसायी की दुकान में डकैती के मामले में आरोपी बदमाश मंगेश यादव पिछले बृहस्पतिवार तड़के राज्य पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ मुठभेड़ में मारा गया। उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।