लायंस क्लब एकलव्य की अध्यक्ष शिप्रा सिंह ने पूरे परिवार के साथ अपने बच्चों अविनाश (पुत्र), नम्रता (पुत्रवधु)एवं पोती आनैयशा की मंगल कामना हेतु मेडिकल कॉलेज , लखनऊ में कैंसर एवं असाध्य रोगियों के निःशक्त तीमारदारों की भोजन सेवा कर दरिद्र नारायण की सेवा के माध्यम से नर सेवा ही नारायण सेवा है, के ध्येय वाक्य को चरितार्थ किया।
भोजन सेवा, जिसे हम सामान्यत: आहार की सेवा भी कह सकते हैं, वह एक अद्वितीय संस्कृति और समृद्धि का प्रतीक है। भोजन सेवा का आयोजन व्यक्ति की उदारता, मेहनत, और सामाजिक संबंधों को मजबूत करता है। इसमें सही समय पर और सही व्यक्तियों के साथ भोजन करने का अनुभव होता है, जिससे भाईचारे और समरसता का माहौल बनता है। भोजन सेवा की अद्वितीयता उसके सार्वभौमिक स्वरूप में है, जो सभी वर्गों, जातियों, और धर्मों को एक साथ लाने का कारण बनता है। इस संदर्भ में भोजन सेवा को “समृद्धि का आदान-प्रदान” और “सांस्कृतिक समर्पण” का प्रतीक कह सकते हैं, जिससे समाज में बंधुत्व का वातावरण बनता है।
फ़ूडमैन विशाल सिंह ने बताया कि लायंस क्लब एकलव्य एक विश्वसनीय सामाजिक सेवा संगठन है। इसका उद्देश्य सामाजिक सुधार, शिक्षा, स्वास्थ्य, और सार्वजनिक कल्याण को बढ़ावा देना है। यह एक अद्वितीय साझेदारी स्थापित करने का केंद्र है, जिसमें सदस्य व्यक्तियों को आपसी समर्थन, गुणवत्ता, और सेवा की भावना से जोड़ा जाता है। इसने विभिन्न क्षेत्रों में परियोजनाओं के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन का समर्थन किया है और व्यक्तियों को बेहतर जीवन की दिशा में मार्गदर्शन किया है।
इस मौके पर फ़ूडमैन विशाल सिंह ने लायंस क्लब एकलव्य की अध्यक्ष शिप्रा सिंह के इस अद्भुत भोजन सेवा के लिए हृदय से आभार व्यक्त किया। आगे उन्होंने कहा कि यह सेवा न केवल हमें भोजन प्रदान करती है, बल्कि इससे हमें एक समृद्धिपूर्ण, समरस और समृद्धि भरा समाज मिलता है। हम आपके अद्भुत कार्यों के लिए आभारी हैं जो आप दिन-रात मेहनत करके अनेकों को आशा और समर्थन प्रदान कर रहे हैं। आपका सामाजिक संबंध और सहानुभूति से भरा यह कार्य हम सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है, आप सभी का धन्यवाद।
भोजन सेवा में उत्कृष्टता केवल गुणवत्ता में नहीं, बल्कि आत्मा में भी होती है। आपके प्रयास और संवेदनशीलता ही इसे विशेष बनाते हैं।
(फूडमैन विशाल सिंह)