नयी दिल्ली। भारतीय वायु सेना का एक सैन्य परिवहन विमान दक्षिण कुवैत के मंगाफ में आग की भयावह घटना में मारे गए 45 लोगों के शव लेकर शुक्रवार की सुबह कोच्चि के लिए रवाना हो गया।कुवैत के मंगाफ में सात मंजिला इमारत में आग लगने से कम से कम 49 प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गई और 50 अन्य घायल हो गए।
इस इमारत में 196 प्रवासी श्रमिक रह रहे थे।कुवैत में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, भारतीय वायु सेना का एक विशेष विमान कुवैत में आग की घटना में मारे गए 45 भारतीयों के शव लेकर कोच्चि के लिए रवाना हो गया है।वायु सेना ने शवों को वापस लाने के लिए बृहस्पतिवार रात एक सी-130जे परिवहन विमान कुवैत भेजा था।विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह भी विमान में सवार हैं।
उन्होंने कुवैत से शवों को जल्द से जल्द भारत वापस लाने के लिए वहां के अधिकारियों के साथ तालमेल करते हुए काम किया।कोच्चि से यह विमान दिल्ली की उड़ान भरेगा क्योंकि कुवैत में अग्निकांड में मारे गए कुछ भारतीय उत्तर और पूर्वोत्तर के राज्यों के भी हैं।कुवैत में भारतीय दूतावास के अनुसार, आग की घटना में मारे गए 45 भारतीयों में से केरल के 23, तमिलनाडु के सात, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश के तीन-तीन, ओडिशा के दो और बिहार, पंजाब, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, झारखंड तथा हरियाणा के एक-एक नागरिक हैं।
दूतावास ने कहा कि शवों को कोच्चि और दिल्ली में राज्य सरकारों के संबंधित प्रतिनिधियों के सुपुर्द कर दिया जाएगा।कुवैत के अधिकारियों ने शवों की पहचान के लिहाज से डीएनए जांच करने के बाद उन्हें भारतीय अधिकारियों को सौंपा।कुवैत अग्निशमन बल ने बृहस्पतिवार को कहा कि बिजली के शॉर्ट सर्किट की वजह से भयावह आग लगी।
कुवैत के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने भारत के 45 और फिलीपीन के तीन नागरिकों के शवों की पहचान की है।कुवैत के गृह मंत्री शेख फहाद अल-यूसुफ अल-सबाह ने आग की घटना की जांच के आदेश दिए हैं और अग्निकांड का शिकार हुई अल-मंगाफ इमारत के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश जारी किया है।