रिपोर्ट – राशिद अल्वी
सोनभद्र। जिले में अवैध खनन की शिकायतों के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं। शासन के निर्देश पर एक विशेष टीम आज सोनभद्र पहुंची, जो बालू और पत्थरों के अवैध खनन की शिकायतों की जांच करेगी।
भाजपा नेता अनिल द्विवेदी ने अवैध खनन के खिलाफ की गई शिकायत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि खनन विभाग के अधिकारी अवैध खनन को बढ़ावा दे रहे हैं और सरकारी योजनाओं को प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने खनन अधिकारी पर आरोप लगाया कि वे अवैध खनन करवाकर सरकार को बदनाम कर रहे हैं। साथ ही, उन्होंने कहा कि अधिकारी प्राइवेट व्यक्तियों से अवैध वसूली कर रहे हैं।
द्विवेदी ने यह भी दावा किया कि जांच टीम ने उन्हें समय पर सूचित नहीं किया कि वे जांच करने के लिए सोनभद्र आ रहे हैं, जिससे उन्हें इस बात का पूर्व ज्ञान नहीं हुआ। उनका कहना था कि इस तरह के कामों में अधिकारियों की संलिप्तता साफ झलकती है।
वहीं, जब जांच टीम सोनभद्र पहुंची, तो अवैध खनन करने वाले कामकाज तुरंत ठप हो गए और इस दौरान सभी संबंधित लोग फरार हो गए।
खनन विभाग के अधिकारी ने भाजपा नेता के लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद और निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि विभाग के खिलाफ लगाए गए आरोप पूरी तरह से गलत हैं और किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि को बढ़ावा देने का सवाल ही नहीं उठता।
स्थानीय प्रशासन ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि अगर किसी अधिकारी या किसी अन्य व्यक्ति का इसमें दोष साबित होता है तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सरकार का स्पष्ट संदेश है कि अवैध खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार या घोटाले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।