लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले नवीनीकृत दर्शक दीर्घा का उद्घाटन किया। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्रियों, नेता प्रतिपक्ष और संसदीय कार्य मंत्री को संविधान की मूल प्रति भेंट की। यह प्रति बाद में सभी विधानसभा सदस्यों को भी दी जाएगी।
सदन की कार्यवाही की शुरुआत में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने विधानसभा में प्रवेश किया। इसके बाद, विधानसभा अध्यक्ष महाना ने योगी से नवीनीकृत दर्शक दीर्घा के उद्घाटन का अनुरोध किया। योगी ने रिमोट का बटन दबाते हुए दर्शक दीर्घा पर लगे पर्दों को खोला, जिससे पूरा सदन रोशन हो गया।
इसके बाद, विधानसभा अध्यक्ष महाना ने मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्रियों, नेता प्रतिपक्ष और संसदीय कार्य मंत्री को संविधान की मूल प्रति भेंट की। इस मौके पर, योगी ने विधानसभा अध्यक्ष महाना की सराहना की, जिन्होंने अपने पौने तीन साल के कार्यकाल में विधानसभा को आधुनिक और लोकतंत्र का सशक्त स्तंभ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने विधानसभा को पेपरलेस बनाने और ई-विधानसभा बनाने के लिए महाना की प्रशंसा की।
योगी ने विपक्षी सदस्यों को विश्वास दिलाया कि मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन संवाद कभी बाधित नहीं होना चाहिए। उन्होंने संविधान की मूल प्रति को सभी सदस्यों के लिए उपलब्ध कराने के महत्व को भी उजागर किया।
इस उद्घाटन के दौरान, दर्शक दीर्घा की स्थिति पर विपक्षी सदस्यों ने तंज भी किया। सपा के सदस्य समरपाल सिंह और नफीस अहमद ने इसे लेकर चुटकी ली, जबकि सपा की सदस्य इंद्राणी देवी के गिरने पर सदस्यों ने उनकी मदद की।
इस विशेष अवसर पर योगी ने कहा कि संविधान लागू करने के 75वें वर्ष की ओर देश बढ़ रहा है और अब हर सदस्य को बाबा साहब भीमराव आंबेडकर द्वारा तैयार संविधान की मूल प्रति दी जाएगी, जो भारत के दर्शन और भावनाओं को प्रदर्शित करता है।