लखनऊ: आज मानवता के प्रतिमूर्ति, बिज़नेस टाईकून अभिषेक वर्मा के मार्गदर्शन में श्रीकांत वर्मा ट्रस्ट एवं विजय श्रीफाउंडेशन के तत्वाधान में कीर्ति आजाद [ संसद सदस्य एवं पूर्व क्रिकेटर भारतीय टीम ] की धर्म पत्नी स्वर्गीय पूनम आजाद को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए आज के दिन को सेवा दिवस के रूप में मनाया गया।
आज प्रातः काल से ही प्रसादम सेवा के तत्वाधान में लोहिया हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज , लखनऊ में कैंसर एवम असाध्य रोगियों के निःसक्त तीमारदारो की सेवा को शुरू करते हुए सुबह नाश्ते में चाय एवं बिस्किट, दोपहर में भोजन की सेवा, शाम को फिर चाय एवं बिस्किट की सेवा और रात में मेडिकल कॉलेज में भोजन सेवा कर दरिद्र नारायण की सेवा के माध्यम से नर सेवा ही नारायण सेवा है, के ध्येय वाक्य को चरितार्थ किया।
सेवा वह है जो किसी दूसरे को सुख देने के लिये निष्प्रह और निष्काम भाव से की जाती है । मन से सबका हित चाहना ही सेवा है । ऐसा तभी सम्भव है जब हम सबमे स्वयं को देखे। “आत्मवत् सर्वभूतेषु ” की भावना से दूसरे का सुख दुःख अपना सुख दुःख हो जाता है। पर की भेद दृष्टि ही नही रहती, इस अवस्था में हमारी समस्त चेष्टाएँ सेवा रूप हो जाती है और किसी की भी सेवा स्वयं सेवा होती है। यह मनुष्य को आत्मतुष्टि प्रदान करती है। इसमें कृतिमता, दिखावा, आडम्बर या अहंकार आदि के लिये कोई स्थान नही होता है, इस प्रकार की सेवा पूर्णतः निष्काम होती है।
मैं फूडमैन विशाल सिंह स्वर्गीय पूनम आज़ाद को पूरे प्रसादम परिवार की तरफ़ से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। जीवन में भूख ही सबसे बड़ा दुख हैं, रोग हैं, तड़प हैं ,इसलिए प्रसाद सेवा के पुण्य कार्य में अभिषेक वर्मा ने प्रतिभाग करते हुए गरीब , असह्य, भूख से तडपते और करुणा कलित चेहरों पर मुस्कान लाने का जो प्रयास किया है, इसके लिए आपके पूरे परिवार को मेरा कोटि-कोटि वंदन एवं मैं मां अन्नपूर्णा एवं माता लक्ष्मी से प्रार्थना करता हूं कि आप और आपका परिवार हमेशा धन- धान्य से परिपूर्ण रहे, आप इसी तरह से मुस्कराते हुए लोगो की सेवा करे, यही पुण्यों का फिक्स डिपॉज़िट है।