राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री (द्वय) चौधरी चरण सिंह और पीवी नरसिम्हा राव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर और हरित क्रांति के माध्यम से खाद्यान्न में देश को आत्मनिर्भर बनाने वाले प्रख्यात विज्ञानी एमएस स्वामीनाथन को भी मरणोपरांत ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भी भारत रत्न का सम्मान मिलना है लेकिन आज वह राष्ट्रपति भवन में उपस्थित नहीं हुए है। लेकिन 31 मार्च को राष्ट्रपति उनके घर जाकर उन्हें सम्मानित करेंगी। बता दें कि भारत रत्न देश का सर्वोच्च सम्मान होता है। साल 2020 से 2023 तक किसी को भी भारत रत्न नहीं दिया गया था।
इस साल सरकार ने 5 हस्तियों को इस सम्मान के लिए चुना। सम्मान समारोह के मद्देनजर शनिवार को राष्ट्रपति भवन में चेंज ऑफ गार्ड सेरेमनी नहीं होगी।
आपको बता दें कि राष्ट्रपति मुर्मू ने 23 जनवरी को कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती से एक दिन पहले उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा की थी। कर्पूरी ठाकुर दो बार बिहार के मुख्यमंत्री और एक बार डिप्टी CM रहे। वे पिछड़े वर्गों के हितों की वकालत करने के लिए जाने जाते थे।
पीएम मोदी ने 9 फरवरी को डॉ एमएस स्वामीनाथन, पीवी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न (मरणोपरांत) देने का ऐलान किया था। स्वामीनाथन एक कृषि वैज्ञानिक थे। उन्हें भारत में ‘हरित क्रांति’ का जनक कहा जाता है।