भारत में एचएमपीवी के पांच मामले सामने आए, केंद्र ने बढ़ाई जागरूकता की अपील

नई दिल्ली। भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) संक्रमण के पांच मामलों की पुष्टि होने के बाद, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को श्वसन संबंधी बीमारियों की निगरानी बढ़ाने और एचएमपीवी संक्रमण से बचाव के उपायों के बारे में जागरूकता फैलाने की सलाह दी है।

कर्नाटका, तमिलनाडु और गुजरात में एचएमपीवी के मामलों की पुष्टि हुई है, जिसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से सतर्क रहने का आग्रह किया है। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि वर्तमान में श्वसन संबंधी बीमारियों, जैसे कि इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन संबंधी रोग (एसएआरआई) में कोई असामान्य वृद्धि नहीं देखी गई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि एचएमपीवी एक संक्रामक वायरस है, जो किसी भी आयु वर्ग के लोगों में श्वसन संबंधी संक्रमण का कारण बन सकता है। हालांकि, यह वायरस 2001 से वैश्विक स्तर पर मौजूद है और इसको लेकर घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।

बचाव के उपाय:

  1. हाथों को साबुन और पानी से बार-बार धोना
  2. गंदे हाथों से आंख, नाक या मुंह को नहीं छूना
  3. रोग के लक्षण वाले व्यक्तियों से निकट संपर्क से बचना
  4. खांसते और छींकते समय मुंह और नाक को ढंकना

केंद्र ने राज्यों को आईएलआई और एसएआरआई मामलों की निगरानी बढ़ाने और एचएमपीवी के संक्रमण की रोकथाम के बारे में व्यापक जागरूकता फैलाने की सलाह दी है।

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