एल्विश यादव की बढ़ी मुसीबतें, रेव पार्टी केस में पुलिस का बड़ा खुलासा, फैंस हैरान

बिग बॉस फेम एल्विश यादव की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। रेव पार्टियों में सांपों का जहर सप्लाई करने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है।

बिग बॉस फेम एल्विश यादव की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। रेव पार्टियों में सांपों का जहर सप्लाई करने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। नोएडा पुलिस ने इसकी जांच के लिए जयपुर एफएसएल को इसके सैंपल भेजे थे। अब FSL रिपोर्ट में कोबरा करैत प्रजाति के सांपों का जहर पाया गया है।

सूत्रों के मुताबिक, रेव पार्टी में सांपों के जहर सप्लाई मामले में नया मोड़ आया है और रेड के दौरान रेव पार्टी से जो नशीले पदार्थ बरामद हुए थे, उनमें सांपों के जहर की पुष्टि हुई है। इसी रेव पार्टी केस में नोएडा पुलिस ने 5 सपेरों को गिरफ्तार किया था। अब माना जा रहा है कि एफएसएल की रिपोर्ट से एल्विश यादव की मुसीबत बढ़ सकती है।

हालांकि, नोएडा पुलिस ने कहा है कि एएफएसएल की रिपोर्ट का पहले अध्ययन किया जाएगा और उसके बाद ही कुछ कहा और किया जाएगा, अभी कुछ भी कहना जल्दबादी होगी।

फेमस यूट्यूब एल्विश यादव समेत स्पैरो के खिलाफ सेक्टर 49 थाने में दर्ज मुकदमा हुआ था। बीजेपी सांसद मेनका गांधी के एनजीओ पीएफए द्वारा एल्विश यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। इस मामले में स्पैरो को पुलिस ने जेल भेज दिया था तो वहीं स्पैरो के कब्जे से बरामद सांपों के जहर को भेजा था। इसे जांच के लिए FSL लैब भेजा गया था।

सांप तस्करी और नोएडा में रेव पार्टी मामले में धीरे-धीरे जांच आगे बढ़ रही है. बीते साल नवंबर में आरोपियों को रिमांड में लेने के बाद नोएडा पुलिस उनसे कई घंटे की पूछताछ कर चुकी है। इस पूछताछ में पुलिस के सामने कई खुलासे आरोपियों ने किए थे। बता दें कि एनजीओ का दावा है कि बिग बॉस विजेता एल्विस यादव नोएडा में रेव पार्टी किया करता था। पुलिस ने पीएफए की शिकायत पर एल्विस की रेव पार्टी करने वाली जगह पर छापेमारी कर पांच लोगों को गिरफ्तार किया था और उनसे 9 जहरीले सांप बरामद किए थे।

आपको बता दें कि पुलिस ने रेड के दौरान रेव पार्टी से 9 जहरीले सांप भी बरामद किए थे. इतना ही नहीं, आरोपियों के पास से 20 से 25 ML नशीला जहर भी बरामद हुआ था। बरामद सांपों में पांच कोबरा, दो दोमुहे सांप, एक लाल सांप, एक अजगर शामिल था। पुलिस ने सेक्टर 51 सैफरन वेंडिंग विला में सूचना मिलने पर की रेड की थी, जिसके बाद इस रेव पार्टी का भंडाफोड़ हुआ वन विभाग ने वन जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मुकदमा दर्ज कराया था।

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