इटावा। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश की बदायूं लोकसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्य यादव को कार्यकर्ताओं की ख्वाहिश पर इसी सीट से प्रत्याशी बनाये जाने को लेकर संशय बरकरार है।
शिवपाल से बुधवार को यहां संवाददाताओं से बातचीत में पूछा गया कि क्या बदायूं से वह चुनाव लड़ेंगे या फिर उनके बेटे आदित्य मैदान में उतरेंगे? इस पर उन्होंने कहा, जहां भी हम गए हैं, बैठक की है, सम्मेलन किए हैं तो जनता ने मांग की है कि उन्हें युवा उम्मीदवार चाहिए। इस सवाल पर कि आदित्य को उम्मीदवार बनाने की बात पर कब तक मोहर लग सकती है, शिवपाल ने कहा, अभी जो समाजवादी पार्टी की सूची जारी हुई है उसमें किसका नाम है? मांग की गई है…. मांग तो कोई भी कर सकता है। सूची तो राष्ट्रीय नेतृत्व ही जारी करेगा। उसने जारी की है। उसमें हमारा नाम है।
उन्होंने आदित्य के चुनाव लड़ने की सम्भावनाओं के बारे में पूछे गये सवाल पर कहा, कुछ रणनीति के हिस्से होते हैं। अब वह रणनीति आपको तो नहीं बताई जाएगी। रणनीति को रणनीति ही रहने दीजिए। हम लड़ेंगे भी, लड़ाएंगे भी। आप चिंता ना करें। बदायूं में मंगलवार को हुए सपा कार्यकर्ता सम्मेलन में बदायूँ लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाये जाने के लिए आदित्य यादव का नाम प्रस्तावित किया गया है। यह प्रस्ताव अब सपा के राष्ट्रीय नेतृत्व के पास भेजा जाएगा। भाजपा के 400 सीटें जीतने के दावे के बारे में शिवपाल ने कहा, पूरे प्रदेश में समाजवादी पार्टी भारतीय जनता पार्टी को हरा रही है। सपा अपनी सीटें जीतेगी। भाजपा सत्ता में नहीं आ पाएगी।
पूर्व में सपा के सहयोगी रहे अपना दल (कमेरावादी) द्वारा आल इंडिया मजलिसएइत्तेहादउलमुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के साथ गठबंधन कर सपा के पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के जवाब में पिछड़ा, दलित, मुसलमान न्याय मोर्चा बनाये जाने के सवाल पर शिवपाल ने कहा, बाकी सब चीजें अपनी जगह हैं लेकिन यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि वह भाजपा की मदद कर रही हैं। अभी जनता में तो यही बात है कि इससे भाजपा की मदद होगी।
उन्होंने प्रदेश की कानूनव्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा, पुलिस के संरक्षण में हत्याएं हो रही हैं, जेलों में हत्याएं हो रही हैं। भाजपा के राज में कानूनव्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर शिवपाल ने कहा, भाजपा हर जगह विपक्ष के लोगों का उत्पीड़न कर रही है। झूठे मुकदमे लिखलिख कर विपक्ष नेताओं को जेल में डाला जा रहा है और जनता यह सब देख समझ रही है। जब-जब ऐसी घटनाएं हुई हैं, जनता ने ऐसे लोगों को सत्ता से उखाड़ फेंका है।