विकसित भारत सिर्फ प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार का संकल्प नहीं, 140 करोड़ भारतीयों का संकल्प:सीएम योगी

CM योगी ने कहा कि जिन शिक्षकों को हमारी सरकार सम्मानित करती है उनके सेवाओं को NCRT पुस्तक में लिया जाना चाहिए।

गोरखपुर: शिक्षा के कार्य में विशेष योगदान देने वाले बेसिक शिक्षा परिषद के 41 और माध्यमिक शिक्षा परिषद के 13 शिक्षकों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को गोरखपुर के महायोगी गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में सम्मानित किया। इस दौरान सीएम योगी ने कार्यक्रम को सम्बोधित किया. इस दौरान मुख्यमंत्री सर्वपल्ली राधाकृष्णन को याद करते हुए कहा कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय में कुलपति के रूप में सेवाएं लंबे समय तक दी। भारतीय दर्शन पर लिखी गई राधाकृष्णन की जो पुस्तक हैं बड़ी ही सरलता और सरसता के साथ हम सबको बताने का कार्य करती है और इन्ही की वजह से इस खास दिवस पर शिक्षकों के सम्मान दिवस के रूप में मानने का निर्णय लिया गया है।

देशभर के अलग-अलग राज्यों में शिक्षा दिवस का कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। आगे सीएम योगी ने कहा कि भारत हमेशा गुरु परंपरा को सम्मान देने वाला रहा है। सीएम योगी कबीर दास जी के वाक्य को याद करते हुए कहा कि-

गुरू गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पांय।
बलिहारी गुरू अपने गोविन्द दियो बताय।।

गुरु और गोविंद दोनों खड़े हो तो पहले किसको प्रणाम करें। इसीलिए उन्होंने कहा कि सबसे पहले गुरु को प्रणाम करना चाहिए क्योंकि उसी ने हमें भगवान तक पहुंचाने का मार्ग बताया। हमारे शास्त्र भी कहते हैं कि…..

‘गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु गुरु देवो महेश्वरा

सीएम योगी ने कहा केवल डिग्री लेने से ज्ञान नहीं आता इसके लिए श्रद्धावान बनना पड़ता हैं, बिना श्रद्धा के ज्ञान नहीं आते हैं। जिसके मन में श्रद्धा का भाव नहीं है वह ज्ञानी नहीं हो सकता और जो ज्ञानी नहीं हो सकता है तो जीवन में कुछ भी प्राप्त नहीं कर सकता है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बेसिक शिक्षा के 41 शिक्षकों को आज सम्मानित किया गया। यह सभी शिक्षक अलग-अलग जिलों से है। माध्यमिक शिक्षा के 11 और और दो ऐसे भी विद्यालय हैं तो घोषित मुख्यमंत्री शिक्षक पुरस्कार के रूप में स्कूलों का चयन किया गया है। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद का ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ नीति आयोग के इनोवेशन का एक पार्ट बना और पूरे देश में सर्कुलेट हुआ।

सिर्फ डिग्री लेकर कोई शिक्षक नही होता- योगी

CM योगी ने कहा कि जिन शिक्षकों को हमारी सरकार सम्मानित करती है उनके सेवाओं को NCRT पुस्तक में लिया जाना चाहिए। शिक्षकों का जो अनुभव होगा छात्राओं के लिए सहायक होगा। इस दौरान सीएम योगी सभी शिक्षकों को सलाह दिया कि हमें निरंतर प्रयास करना चाहिए कि बच्चों को कितनी सरलता से पढ़ाया जा सके इसके लिए शोध करना चाहिए। सिर्फ डिग्री लेकर शिक्षक नहीं बन जाता इसके लिए निरंतर प्रयास करना पड़ता है।

शिक्षक ही देश के भविष्य का निर्माता

एक शिक्षक देश के भविष्य का निर्माता होता है इसलिए इन्हें इनोवेशन की तरफ ध्यान देना चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि एक शिक्षक के अंदर उसकी गरिमा झलकनी चाहिए। शिक्षक पेड यूनियन का पार्ट नहीं हो सकता है यह शिक्षक के गरिमा के प्रतिकूल है।आज से 35 साल पहले जितने भी स्कूल कॉलेज थे यह प्रदेश के सबसे उत्कृष्ट शिक्षा के केंद्र माने जाते थे आज उनके स्थान पर पब्लिक स्कूल ने ले लिया हैं। आगे उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्कूल में श्रमदान की व्यवस्था होनी चाहिए। प्रधानमंत्री आत्मनिर्भरता की बात करते हैं और हमें सभी स्कूलों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करना चाहिए।

भारत की आध्यात्मिकता की झलक

उन्होंने कहा कि सभी स्कूल, कॉलेज में भारत की आध्यात्मिकता झलकनी चाहिए इसके लिए श्रीमद्भागवत गीता, रामचरितमानस या कोई उत्कृष्ट कृति का अनुमोदन करना चाहिए। सीएम योगी विकसित भारत की बात करते हुए कहा कि विकसित भारत सिर्फ प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार का संकल्प नहीं है बल्कि यह 140 करोड़ भारतीय का संकल्प है। क्योंकि यदि देश विकसित होगा तो देश दुनिया का नेतृत्व करेगा, विकसित भारत देश के अंदर सभी समस्याओं का समाधान करेगा।

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