लखनऊ । उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आज बुधवार को यूपी विधानसभा के घेराव का ऐलान किया है, जिसके लिए हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कल शाम से ही लखनऊ में पहुंचना शुरू कर दिया है। कांग्रेस दफ्तर में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन के लिए जुटने लगे हैं।
वहीं, दूसरी तरफ प्रशासन की ओर पार्टी के बड़े नेताओं को रोका जा रहा है. कांग्रेस के यूपी प्रभारी अविनाश पांडे को उनके होटल में ही पुलिस ने नजरबंद कर लिया है। नाराज कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं गुस्साए कार्यकर्ताओं ने पुलिस बैरिकेट को भी तोड़ दिया है।
वहीं पुलिस “विधानसभा” घेराव कार्यक्रम के लिए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि निषेधाज्ञा लागू है और राज्य विधानसभा का सत्र चल रहा है, ऐसे में किसी को भी आदेशों का उल्लंघन नहीं करने दिया जाएगा। विधानसभा की ओर जाने वाली सड़कों पर अवरोधक लगा दिए गए हैं तथा यहां मॉल एवेन्यू क्षेत्र में कांग्रेस कार्यालय के बाहर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष हिंदवी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को डराने-धमकाने तथा उन्हें रोकने के लिए पुलिस बल का इस्तेमाल करने के बावजूद हजारों कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय पहुंच का अपनी अवाज को बुलंद कर रहे है। कि कांग्रेस राज्य सरकार के “निरंकुश रवैये” और पुलिस के जरिये दमन का कड़ा जवाब देगी। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसी कार्रवाई जारी रही तो राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा।
विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 17 हजार 865.72 करोड़ रुपए का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया। मूल बजट 7 लाख 36 हजार 437.71 करोड़ का 2.42 फीसद है। इसमें 790.49 करोड़ के नए प्रस्ताव हैं। इसमें सबसे अधिक कृषि और उद्योग को बजट आवंटित किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। विधानसभा का सत्र 17, 18, 19 व 20 दिसंबर को सत्र चलेगा। इस सत्र में राज्य को प्रभावित करने वाले विभिन्न प्रमुख मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। जिसमें संभल हिंसा, अतिक्रमण विरोधी अभियान, महाकुंभ की तैयारी, झांसी अग्निकांड आदि शामिल हैं।