गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने गोरखपुर दौरे के दौरान आज गोरखनाथ मंदिर स्थित अपने आवास के शक्तिपीठ मंदिर में शारदीय नवरात्र की महानवमी तिथि को देवी दुर्गा के नौवें रूप मां सिद्धिदात्री की विधि विधान से पूजा अर्चना की। इसके बाद सीएम योगी ने कुंवारी कन्याओं के पांव पखारकर श्रद्धा के साथ उन्हें भोजन कराकर उपहार भेंट की साथ ही मुख्यमंत्री ने परंपरा के मुताबिक बटुक पूजन भी किया।
आपको बता दें कि इससे पहले सीएम योगी ने शारदीय नवरात्र के पावन पर्व पर गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने अष्टमी तिथि को गोरखनाथ मंदिर के शक्तिपीठ में महानिशा पूजा का विशिष्ट अनुष्ठान पूर्ण कर लोकमंगल की प्रार्थना की। इसके बाद गुरुवार को देवीपाटन शक्तिपीठ से गोरखपुर पहुंचे यहाँ मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर में गुरु गोरखनाथ का दर्शन पूजन करने के बाद अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधिस्थल पर जाकर शीश नवाया।
देर शाम वह महानिशा पूजा में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, काशी से आए महामंडलेश्वर संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा समेत बड़ी संख्या में गोरखनाथ मंदिर के भक्त मौजूद रहे।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में अन्य बालिकाएं और बटुक भी उपस्थित थे, जिन्हें सीएम ने भोजन कराकर उपहार और दक्षिणा दी। मुख्यमंत्री का स्नेह देखकर नन्हीं बालिकाओं और बटुकों की प्रसन्नता देखते ही बन रही थी। सीएम ने सभी कन्याओं के पांव धोकर उनकी आराधना की और पूजन के दौरान संवाद भी करते रहे, यह सुनिश्चित करते रहे कि किसी भी बालक-बालिका की थाली में प्रसाद की कमी न हो।
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारतीय समाज प्राचीन काल से ही इस बात को मानता रहा है कि जहाँ नारी की पूजा व सम्मान होता है वह समाज स्वयं ही समर्थ और शक्तिमान होता है। आगे उन्होंने कहा कि शारदीय नवरात्री आधी आबादी के सम्मान, सुरक्षा और स्वावलंबन की नई प्रेरणा प्रदान करता है।