कन्नौज/लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कन्नौज में अखिलेश यादव को खूब -खरी सुनाई। बोले कि वे कन्नौज से चुनाव इसलिए लड़ रहे हैं कि इंडी गठबंधन को यहां प्रत्याशी नहीं मिल रहा था। पहले को टिकट दिया, फिर उसका टिकट काट दिया। दूसरे को दिया तो वह मैदान छोड़कर भाग गया। तीसरे की घोषणा की तो वह मना कर दिया। जब कोई नहीं मिला तो सपा अध्यक्ष कह रहे हैं कि सेवा करना चाहता हूं।
जब मौका था, तब कन्नौज के इत्र में बदबू फैलाने का काम कर रहे थे। हर दूसरे दिन यूपी में दंगा कराते थे। इनके शासन में बेटियों-व्यापारियों की सुरक्षा से खिलवाड़ होता था। गरीबों के हकों पर डकैती पड़ती थी। मुख्यमंत्री आवास बुलाकर दंगाइयों का महिमामंडन करते थे, लेकिन अब नए भारत का नया उप्र दंगाइयों व कर्फ्यू लगाने वालों से कैसे निपटता है, यह आप भी देख रहे होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को करिया झाला का मैदान झींझक, रसूलाबाद में आयोजित जनसभा में अपनी बातें रखीं। उन्होंने कन्नौज के सांसद व 2024 लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक को फिर से दिल्ली भेजने की अपील की। मुख्यमंत्री ने आमजन से आह्वान किया कि घर-घर जाकर कहिए कि हमें रामभक्त चाहिए, रामद्रोही नहीं।
उन्होंने कहा कि नए भारत में सुरक्षा, गरीब कल्याण, विकास, विरासत और आस्था का सम्मान है। सपा रामभक्तों पर गोली चलाती थी, आतंकियों के मुकदमे वापस लेती थी और भाजपा राम मंदिर बनवाती है।आपने वोट देकर भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली व लखनऊ सरकार को चुना है, इसलिए आपके योगदान की बदौलत अयोध्या में 500 वर्ष के बाद भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ है।
प्रभु ने इस अंतराल के बाद अपनी जन्मभूमि पर होली खेली, जन्मोत्सव मनाया और उनका सूर्य तिलक भी हुआ। नई अयोध्या के दर्शन कर यह लोक धन्य हुआ। पूर्वजों की आस और संकल्प को हमने अपनी आंखों के सामने पूरा होते भी देख लिया।