रामनगरी में पर्यटकों के लिए सरयू के जल विहार को सुगम बनाते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को सोलर क्रूज मारुति का उद्घाटन किया। यह देश में पहली बार अपनी तरह के सोलर बोट एक अनूठा प्रयास है। बोट में 20 यात्रियों की क्षमता है और यह 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चल सकती है। यह बोट सोलर पैनलों से चलती है और इसमें प्रदूषण भी नहीं होता है। आपको बता दें कि इससे पहले सीएम योगी ने हनुमानगढ़ी और श्री रामलला के पूजन-दर्शन किए। इस दौरान भारी सुरक्षा बल तैनात रहा।
सुबह 11:00 बजे रामनगरी पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले हनुमानगढ़ी में राम भक्त हनुमान और रामलला के दर्शन किए। इसके बाद दोपहर दो बजे सरयू किनारे कच्चा घाट पहुंचकर सोलर क्रूज मारुति का फीता काटकर शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम ने क्रूज की सवारी भी की।
इस दौरान कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता और महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी उनके साथ क्रूज में बैठे। मुख्यमंत्री को बिठाकर क्रूज कच्चा घाट से नया घाट तक गई। सरयू नदी के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं तथा इनलैंड वॉटरवेज के हिसाब से विकसित की जा रही सुविधाओं का जायजा लेते हुए उनके बारे में जानकारियां प्राप्त की।
सरयू में जल विहार करने के बाद सीएम ने 127 नाविकों को लाइफ जैकेट वितरित किए। 23 जनवरी से आम लोग भी इस बोट में सवारी कर सकेंगे। आपको बता दें कि सीएम योगी ने रामभूमि स्वच्छ भूमि अभियान के तहत प्लास्टिक डिपॉजिट रिफंड सेंटर के काउंटर का भी शुभारंभ किया। अयोध्या नगर निगम के साथ निजी क्षेत्र की द कबाड़ीवाला डॉट कॉम कंपनी के साथ यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
सोलर बोट की खासियत
- यह सोलर पावर इनेबल्ड बोट क्लीन एनर्जी के जरिए संचालन की परिकल्पना के आधार पर कार्य करती है। यह ड्यूअल मोड ऑपरेटिंग बोट है जो 100 प्रतिशत सोलर इलेक्ट्रिक पावर बेस पर काम करती है।
- इसे सोलर एनर्जी से चार्ज करने के साथ ही इलेक्ट्रिक एनर्जी के जरिए भी ऑपरेट किया जा सकता है। सबसे खास बात यह है कि यह बोट कैटामरैन केटेगरी की है जिसके अंतर्गत दो हल स्ट्रक्चर्स को जोड़कर एक बोट स्ट्रक्चर में कन्वर्ट किया जा सकता है।
- यह बोट फाइबरग्लास बॉडी युक्त है जोकि लाइट वेट व हेवी ऑपरेशन ड्यूरेबल मटीरिल से बनी है। साथ ही, बोट के संचालन के दौरान किसी प्रकार की ध्वनि या पर्यावरणीय प्रदूषण नहीं होता है।
- इस बोट में एक बार में 2 क्रू मेंबर्स तथा 30 लोग यात्रा कर सकेंगे। यह सरयू नदी में नया घाट से संचालित होगी। इस बोट टूर का ट्रैवलिंग ड्यूरेशन 45 मिनट से लेकर एक घंटे के आसपास रखा जाएगा, जिसमें सरयू नदी के किनारे स्थित विभिन्न ऐतिहासिक मंदिरों व धरोहरों का दर्शन यात्री कर सकेंगे।
- हालांकि, बोट की ऑपरेटिंग कैपेसिटी इससे कहीं ज्यादा है और पूरी तरह चार्ज होने पर 5 से 6 घंटे तक के प्रोपल्शन टाइमफ्रेम को मैनेज किया जा सकता है।
- इस बोट को पुणे की सनी बोट्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से असेंबल किया गया है जबकि चेन्नई की रा सोर्स प्राइवेट लिमिटेड इसमें सोलर व प्रोपल्शन पार्टनर की भूमिका निभा रहा है।
- यह बोट 12 किलोवॉट इलेक्ट्रिक आउटबोर्ड ट्विन मोटर आधारित है। बोट में 46 किलोवॉट प्रति घंटा क्षमता वाली एलएफटी बैटरी लगाई गई है तथा बोट 30 पैसेंजर्स व 2 क्रू के लिहाज से ऑपरेशनल होगी। बोट को 3.3 किलोवॉट रूफ टॉप सोलर पैनल्स के जरिए संचालित किया जा रहा है।
- बोट की रूफटॉप पर कुल 6 सोलर पैनल लगे हैं जोकि 550 वॉट पॉवर ऊर्जा का उत्पादन करते हैं। क्रूजिंग के लिहाज से इसकी स्पीड 6 नॉट्स रहेगी जबकि यह 9 नॉट्स की टॉप स्पीड को भी प्राप्त कर सकता है।
- इसके अतिरिक्त, यह बोट रिमोट व्यूइंग कैपेसिटी से लैस है जिसके जरिए बोट के बैटरी व सोलर पैरामीटर्स का निरीक्षण रिमोट व्यूइंग के जरिए कहीं से भी किया जा सकता है।
- फिलहाल, इस बोट के संचालन के लिए शोर बेस्ड जेटी में मीटर पावर प्लग सोर्स की भी व्यवस्था की गई है, जिसमें कोलकाता से अयोध्या लाई गई गंगा वीआई-6 सेलिंग जेटी बोट को इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन के तौर पर विकसित किया गया है।