मुंबई । टाटा समूह के मानद अध्यक्ष एवं दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, पंजाब, झारखंड, ओडिशा समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने शोक जताया।‘पद्म विभूषण’ से सम्मानित 86 वर्षीय टाटा का मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में बुधवार को रात साढ़े 11 बजे निधन हो गया। वह पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थे।
भारत के दिग्गज उद्योगपति रतना टाटा अब दुनिया में नहीं रहे। बीते बुधवार की देर रात को मुंबई के कैंडी ब्रीच अस्पताल में रतन टाटा ने आखिरी सांस ली। 86 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। रतना टाटा के निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। राजनीतिक दिग्गजों के साथ-साथ कई बड़ी हस्तियों ने ट्वीट कर शोक जताया किया। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ट्वीट कर दुख जताया है। वहीं झारखंड में एक दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की गई है।
सीएम योगी ने ट्वीट कर कहा, ‘भारत के प्रख्यात उद्योगपति ‘पद्म विभूषण’ श्री रतन टाटा जी का निधन अत्यंत दुखद है। वह भारतीय उद्योग जगत के महानायक थे। उनका जाना उद्योग जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका सम्पूर्ण जीवन देश के औद्योगिक और सामाजिक विकास को समर्पित था। वे सच्चे अर्थों में देश के रत्न थे। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा उनके शोकाकुल परिजनों और प्रशंसकों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें. ऊं शांति।’
रतन टाटा के निधन पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को टाटा समूह के मानद चेयरमैन और उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर एक दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने न्यूज एजेंसी को बताया कि 86 वर्षीय टाटा ने दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में रात साढ़े ग्यारह बजे अंतिम सांस ली। वह पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थे।
हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा, ‘टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन और पद्म विभूषण श्री रतन टाटा जी के निधन पर एक दिवसीय राजकीय शोक घोषित किया गया है. जिन्होंने झारखंड जैसे देश के पिछड़े राज्य को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई. बता दें कि टाटा स्टील ने झारखंड के जमशेदपुर में देश का पहला औद्योगिक शहर विकसित किया था।