

लखनऊ- आज बीएसपी के द्वारा पूरे देश में बड़े धूमधाम से कोल्हापुर रियासत के राजा छत्रपति शाहूजी महाराज की जन्म जयंती मानई गई, इसी क्रम में प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पार्टी जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र गौतम के द्वारा विशाल कार्यक्रम आयोजति किया गया जहां शाहूजी महाराज की आदम कद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हे नमन किया गया।
इस दौरान बीएसपी जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र गौतम ने छत्रपति शाहूजी महाराज के जीवन चरित्र और सामाजिक समानता के लिए किए गए प्रयासों एवं संधर्षों को विषय में प्रकाश डालते हुए बताया कि देश में फैली ऊंच नीच की भावना से आहत छत्रपति शाहूजी महाराज ने अपनी कोल्हापुर रियात में पिछड़ों को नौकरी देने का एतिहासिक कार्य किया।
वहीं जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र गौतम ने कहा कि बहुजन महापुरुषों की विचारधारा को लगातार बीएसपी आगे ले जाने का कार्य करती रही है । छत्रपति शाहूजी महाराज के नाम पर बहन कुमारी मायावती ने लखनऊ में छत्रपति शाहूजी महाराज चिकित्सा विश्वविद्यालय बनाया लेकिन कुंठाग्रस्त समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री रहते हुए नाम बदलने का काम किया।
देश और प्रदेश के लोगों को बहुजन विरोधी पार्टियों से सावधान रहने की जरूरत हैं, आज देश में बहुजन हिताए बहुजन सुखाए की एक मात्र नेता केवल और केवल पूर्व सीएम बहन कुमारी मयावती जी हैं, जिनके कार्यकाल को प्रदेश और देश ही नहीं विश्व के कई देशों ने एक अच्छे कुशल राजनीकि शासक के रूप में पहचान मिली। प्रदेश में अंबेडकर ग्रााम विकास योजना के माध्यम से सदियों विकास से उपेक्षित गांवों को विकसित करने काम किया, प्रदेश की राजधानी लखनऊ को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई, लखनऊ आने वाला पर्यटक सबसे पहले बाबा साहब के नाम पर बने डॉ. भीमराम अंबेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थाल को देखने के लिए आते हैं। लेकिन चाहे समाजवादी पार्टी की सरकार रही हो या वर्तमान में बीजेपी की योगी सरकार हो दोनों सरकारों ने इस पार्क से केवल राजस्व बटोरने का काम किया, न कि बाबा साहब की विचारधारा को आगे बढानें उसका प्रयोग किया।

सपा की सरकार से लेकर वर्तमान की बीजेपी की सरकार में बहुजन महापुरुषों के नाम पर बने पार्क, प्रेरणा स्थल, मूर्ति, चौक चौराहे सब के सब उपेक्षित है, लगातार उनकी टूट फूट हो रही लेकिन दोनो सरकारों की सोच एक जैसी है। दोनों पार्टियां बहुजन महापुरुषों के नाम पर वोट बटोरना चाह रही हैं लेकिन इनकी मांसिकता में सम्मान और समानता देना नहीं है। इस लिए दोनों पार्टियों से लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।
देश और प्रदेश में लगातार अनुसूचित जाति, जनताति और अति पिछड़ा और वर्ग के लोगों के खिलाफ अत्याचार बढता ही जा रहा है, बहन जी शासन काल में कानून का राज कानून से कायम रहा बहन बेटियों की सुरक्षा बेहतर थी, अपराध का ग्राफ कम हो चुका था, अधिकारी जनता की बात सुनकर काम करते थे, लेकिन आज वर्तमान की बीजेपी सरकार के नेता कार्यकर्ता, सांसद विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए नजर आते हैं। जातीय और धार्मिक अपराध चरम पर हैं यह सब बहन जी को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाकर रोका जा सकता है। इस लिए प्रदेश की जनता को 2027 के चुनाव में किसी भी पार्टी के बहकावे में न आकर सिर्फ बीएसपी के चुनाव निशान हाथी पर मुहर लगानी होगी तब जाकर जुल्म और अत्याचार से छुटकारा मिलेगा।

बहुजन समाज पार्टी के तत्वाधान में आरक्षण के जनक छत्रपति शाहूजी महाराज की जयंती पर परिवर्तन चौक स्थित छत्रपति शाहूजी महाराज जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किया गया जिसमें मुख्य रूप से जिले के जिलाध्यक्ष शैलेंद्र गौतम, जिला प्रभारी महादेव प्रसाद जागरूक, महानगर अध्यक्ष शान जमशेद ख़ान, नगर महासचिव शिवकुमार दोहरे, वरिष्ठ कार्यकर्ता महेश गौतम, भीम प्रकाश, डॉ बेला तुके विधानसभा अध्यक्षों के साथ में मलिहाबाद के प्रभारी सरवन कुमार, करन पटेल, बीकेटी के विधानसभा प्रभारी अनीश गौतम के साथ साथ बसपा के कार्यकर्तागढ काफी संख्या में मौजूद रहे।