अन्नपूर्णा स्वरूपा सुरभि रंजन जी के जन्मदिन पर श्री अलोक रंजन(पति ) व सदस्यों ने की मरीजों और तीमारदारों की सेवा
लखनऊ । नर सेवा ही नारायण सेवा है। जीव की सेवा करना ही परमात्मा की सच्ची सेवा है। विजयश्री फाउंडेशन-प्रसादम कार्यकारिणी के संरक्षक श्री आलोक रंजन(रिटायर्ड आईएएस ) व धर्मपत्नी मां अन्नपूर्णा स्वरूपा सुरभि रंजन की जोड़ी ने लखनऊ के ‘लोहिया इंस्टिट्यूट’और मेडिकल कॉलेज में नि:शक्त तीमारदारों व जरूरतमंदो को चाय एवं बिस्कुट का वितरण के बाद भोजन सेवा के जरिये नर सेवा नारायण सेवा को सार्थक कर रहे है ।
आज शुक्रवार को मां अन्नपूर्णा स्वरूपा सुरभि रंजन के जन्मदिन के अवसर पर विजयश्री फाउंडेशन-प्रसादम में श्री अलोक रंजन व श्रीमती सुरभि रंजन की देवतुल्य जोड़ी ने अपने सदस्यों के द्वारा कड़ाके की ठंड में मरीज व तीमारदारों को राहत देने के उद्देश्य से सीएचसी में चाय और बिस्किट वितरण किया गया।
इस देवतुल्य युगल की ओर से हर माह मासिक भोजन सेवा की जाती है और इस तरह असहाय लोगों की चाय, बिस्कुट, फल और भोजन सेवा से सर्वे भवंतु सुखिन: के मूल मंत्र को चरितार्थ करते हुए उनके जख्मों पर मरहम लगाने का निरंतर सार्थक प्रयास चलता रहता है। इस संगठन के मार्गदर्शक की भूमिका में मां अन्नपूर्णा स्वरूपा श्रीमती सुरभि रंजन सक्रिय तौर पर योगदान देती रहती है और संरक्षक श्री आलोक रंजन भी लगातार विजयश्री फाउंडेशन प्रसादम सेवा को आशीर्वाद प्रदान करते रहते है।
फूडमैन विशाल सिंह ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि ये आपके ही प्रयासों का सुखद परिणाम है कि कई सेवा भावी लोग इस मिशन में जुड़कर सेवा परमो धर्म: के विचार को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने इसे अपने संगठन का सौभाग्य बताते हुए कहा कि श्रीमती सुरभि रंजन व श्री आलोक रंजन इस मिशन के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों का पेट भरने में सहायता के लिए सदैव तैयार रहते हैं।
फूडमैन ने कहा कि आज विजयश्री फाउंडेशन प्रसादम सेवा के माध्यम से लखनऊ के 3 अस्पताल मेडिकल कॉलेज लखनऊ, बलरामपुर अस्पताल लोहिया संस्थान लखनऊ में दोपहर के समय लगभग 1000 निःशक्त तीमारदारों को निःशुल्क भोजन सेवा की जाती है। इसमें फाउंडेशन के संरक्षक मंडल से रिटायर्ड आईएएस श्री आलोक रंजन और उनकी धर्मपत्नी मां अन्नपूर्णा स्वरूपा श्रीमती सुरभि रंजन का भी अहम् योगदान रहता है । इस तरह संगठन के माध्यम से इन जरूरतमंद लोगों की सेवा हेतु संभव मदद कर ‘सेवा परमो धर्मः’ विचार को लगातार आगे बढ़ाया जाता रहता है। यह सारे सेवा कार्य समाज से सार्थक ऊर्जावान सेवादार साथियों के माध्यम से ही संभव हो पा रहा है।
विजयश्रीफाउंडेशन रैन बसेरा ट्रामा सेंटर 240 : फ़ूडमैन विशाल सिंह बताया कि इलाज के लिए आये नि:शक्त तीमारदारों के रुकने के लिए मेडिकल कॉलेज लखनऊ में विजयश्री फाउंडेशन के कई रैन बसेरे निःशुल्क स्थापित किये गए है । सर्दी,बरसात,गर्मी,आंधी,तूफान से बचाने के लिए अस्पताल में अपने मरीज का इलाज करने आने वाले नि:शक्त तीमारदारों की सेवा हैI यह मानवीय कार्य आप सभी के सहयोग से जारी है। इसके लिए आप भी इस पुनीत एवं मानवीय सेवा मिशन में कुछ मुट्ठी राशन, कुछ गद्दे कुछ, कंबल,कुछ पलंग, अपने परिवार के नाम परिवार जनों के नाम से दान कर सकते है I दान करने के लिए दिए हुए इस नंबर पर संपर्क 9935888887 कर सकते हैं।
फूडमैन विशाल सिंह ने आगे कहा कि ये कितना सार्थक विचार है कि अस्पतालों में दर्द से जूझ रहे जरूरतमंद लोगों की भोजन सेवा कर उनकी इस मुश्किल घड़ी में मरहम लगाने का सार्थक प्रयास लगातार चलता रहता है और ऐसा ही सार्थक प्रयास आपका समस्त परिवार समय-समय पर जारी रखता है।
16 वर्षों से निरंतर चल रही है यह सेवा : बताते चले कि विजयश्री फाउंडेशन- प्रसादम सेवा लगातार 15 वर्षों से अस्पतालों में अपने परिजनों का इलाज कराने आने वाले नि:शक्त तीमारदारों, जरूरतमंद लोगों की सेवा कर रही है जिसके चलते विशाल सिंह को फ़ूडमैन की उपाधि मिली है।उनके द्वारा अस्पताल में आधुनिक रैन बसेरों का भी संचालन किया जा रहा हैं जहां तीमारदारों को एक छत के नीचे भोजन और रात गुजारने का आश्रय मिलता है। यह मानवीय कार्य फूडमैन विशाल सिंह की विचारधार से प्रेरित लोगों के हृदय में पनप रहा है।