
जालौन :पाल समाज की मासूम बेटी के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के खिलाफ जिले में आक्रोश की लहर देखी गई। होलकर सेना भारत, जालौन जनपद की टीम एवं पाल समाज के युवा साथियों के तत्वाधान में सोमवार को उरई मुख्यालय पर एक शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया गया। प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें निष्पक्ष जांच, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई तथा पीड़िता परिवार को न्याय दिलाने की मांग की गई।
यह विरोध प्रदर्शन कौशांबी जनपद के लोहदा गाँव में 28 मई 2025 को 8 वर्षीय पाल समाज की बेटी के साथ हुए यौन उत्पीड़न की नृशंस घटना के विरुद्ध किया गया। घटना ने समाज को झकझोर कर रख दिया है। पाल समाज के नेताओं का आरोप है कि आरोपी को अदालत से ज़मानत मिल गई, जबकि पीड़िता के पिता को दबाव में जेल भेज दिया गया, जो अत्यंत निंदनीय है।
प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगों में घटना की SIT (विशेष जांच टीम) से निष्पक्ष जांच, आरोपी पर पॉक्सो एक्ट के तहत सख्त कार्यवाही, पीड़ित परिवार को सुरक्षा व मुआवजा, तथा निष्कलंक परिजनों की रिहाई शामिल है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार एवं प्रशासन से आग्रह किया कि इस गंभीर प्रकरण में संवेदनशीलता बरती जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।
इस आंदोलन का नेतृत्व होलकर सेना भारत जालौन टीम ने किया, जिसमें जिलाध्यक्ष अनिल पाल, रश्मि पाल, विशाल पाल डकोर, बब्बू पाल भेड़, मोहित रघु पाल, महावीर पाल सहित अनेक सामाजिक कार्यकर्ता व युवा शामिल रहे। साथ ही, विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भी एकजुटता दिखाते हुए पीड़ित परिवार के प्रति सहानुभूति प्रकट की और उनकी आवाज को बुलंद किया।
प्रदर्शन के दौरान पूरे समय शांति बनाए रखी गई, और युवाओं ने संविधान के दायरे में रहकर अपनी बात रखी। इस आंदोलन ने यह संदेश दिया कि समाज अब अन्याय के विरुद्ध चुप नहीं बैठेगा।