लेफ्टिनेंट जनरल वी. हरिहरन ने मथुरा में कोर कमांडर का पदभार संभाला

लखनऊ। लेफ्टिनेंट जनरल वी हरिहरन, अति विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल ने मंगलवार को लेफ्टिनेंट जनरल संजय मित्रा, अति विशिष्ट सेवा मेडल से मथुरा में एक कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग का पदभार ग्रहण किया।ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी, चेन्नई के पूर्व छात्र रहे लेफ्टिनेंट जनरल वी हरिहरन 25 अगस्त 1990 को गढ़वाल राइफल्स की 10 बटालियन में कमीशन प्राप्त किया है।

जनरल ऑफिसर डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन, हायर डिफेंस मैनेजमेंट कोर्स, सिकंदराबाद और नेशनल डिफेंस कॉलेज, नई दिल्ली के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ साइंस और उस्मानिया विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज की डिग्री भी प्राप्त की है।

लेफ्टिनेंट जनरल वी हरिहरन के पास नियंत्रण रेखा, आंतरिक इलाकों में काउंटर इंसर्जेंसी/काउंटर टेररिज्म ऑपरेशन और वास्तविक नियंत्रण रेखा सहित सभी प्रकार के विविध इलाकों और परिचालन वातावरण में एक दुर्लभ और अमूल्य अनुभव है।
उन्होंने जम्मू और कश्मीर में आंतरिक इलाकों और नियंत्रण रेखा दोनों में ऑपरेशन रक्षक में भाग लिया है। लेफ्टिनेंट जनरल वी हरिहरन ऑपरेशन मेघदूत और ऑपरेशन स्नो लेपर्ड में भी भाग लिया है।

35 वर्षों से अधिक के अपने विशिष्ट करियर में लेफ्टिनेंट जनरल वी हरिहरन एक इन्फेंट्री बटालियन, राष्ट्रीय राइफल्स सेक्टर को जम्मू और कश्मीर में और वास्तविक नियंत्रण रेखा पर काउंटर इंसर्जेंसी फोर्स की कमान संभाली है।

उन्होंने मेजर जनरल स्टाफ ब्रांच में ब्रिगेडियर प्रोक्योरमेंट (ए) और रक्षा मंत्रालय (सेना) के एकीकृत मुख्यालय में अतिरिक्त महानिदेशक अनुशासन और सतर्कता सहित कई निर्देशात्मक और स्टाफ नियुक्तियों पर कार्य किया है।

जनरल ऑफिसर इन्फैंट्री स्कूल महू में दो बार प्रशिक्षक रह चुके हैं। लेफ्टिनेंट जनरल वी हरिहरन सीनियर कमांड विंग, आर्मी वॉर कॉलेज, महू और कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट सिकंदराबाद में डायरेक्टिंग स्टाफ और डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन में सीनियर इंस्ट्रक्टर भी रहे हैं।


अपनी सराहनीय सेवा के लिए, लेफ्टिनेंट जनरल वी हरिहरन को तीन बार चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन, अति विशिष्ट सेवा पदक, सेना पदक से सम्मानित किया गया है और वे महानिदेशक सीआरपीएफ कमेंडेशन के भी एक अद्वितीय प्राप्तकर्ता हैं।

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