
अहमदाबाद । आईपीएल इतिहास में जिस लम्हे का रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) और उनके करोड़ों फैंस को पिछले 18 सालों से इंतजार था, वो आखिरकार आ ही गया। 3 जून को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए आईपीएल 2025 के फाइनल मुकाबले में RCB ने पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर पहली बार आईपीएल की ट्रॉफी अपने नाम कर ली।
फाइनल मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए आरसीबी ने 9 विकेट के नुकसान पर 190 रन बनाए थे। वहीं क्रुणाल पंड्या, यश दयाल और भुवनेश्वर कुमार के यादगार स्पैल के दम पर बेंगलुरु ने 190 रन के स्कोर को सफलतापूर्वक डिफेंड किया और 6 रन से मैच जीत लिया। पंजाब की टीम 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 184 रन ही बना सकी। इसके साथ ही टीम के पूर्व कप्तान और पहले सीजन से ही टीम का हिस्सा रहे विराट कोहली भी आखिर IPL चैंपियन बन ही गए।
विराट कोहली, जो आईपीएल की शुरुआत से ही RCB के साथ जुड़े हुए हैं, अब IPL ट्रॉफी जीतने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। कप्तानी भले ही उन्होंने अब छोड़ दी हो, लेकिन उनकी भूमिका इस खिताब में अहम रही। 18 वर्षों की लंबी तपस्या और चार बार फाइनल में पहुंचने की जद्दोजहद के बाद RCB ने आखिरकार इतिहास रच दिया।
इससे पहले RCB ने 2009, 2011 और 2016 में फाइनल तक का सफर तय किया था, लेकिन हर बार उसे निराशा हाथ लगी। 2025 में टीम ने न सिर्फ लीग चरण में शानदार प्रदर्शन किया, बल्कि प्लेऑफ में भी क्वालिफायर-1 जीतकर सीधे फाइनल में जगह पक्की की और खिताब जीतकर इतिहास में अपना नाम दर्ज करवा दिया।
पंजाब किंग्स की टीम 2014 के बाद दूसरी बार फाइनल में पहुंची थी। इस बार भी टीम को निराशा का सामना करना पड़ा। हालांकि कप्तान श्रेयस अय्यर के लिए यह सीजन खास रहा। वह आईपीएल इतिहास के पहले ऐसे कप्तान बन गए हैं, जिन्होंने तीन अलग-अलग टीमों – दिल्ली कैपिटल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स और पंजाब किंग्स को फाइनल तक पहुंचाया है।
RCB और पंजाब दोनों ही टीमों ने लीग चरण में 14 में से 9 मुकाबले जीतकर 19 अंकों के साथ क्रमशः दूसरे और पहले स्थान पर जगह बनाई थी। पंजाब को क्वालिफायर में हार मिली, लेकिन एलिमिनेटर में वापसी कर फाइनल तक पहुंची। वहीं RCB ने सीधे क्वालिफायर-1 जीतकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया।
आईपीएल इतिहास में अब तक पंजाब किंग्स और RCB के बीच 36 मुकाबले हो चुके हैं, जिसमें दोनों टीमों ने 18-18 मैच जीते हैं। फाइनल जीत के साथ RCB ने अब न सिर्फ खिताब जीता, बल्कि इस बराबरी को भी तोड़ दिया।
इस जीत के साथ ही RCB के करोड़ों फैंस को वो पल मिला जिसका इंतजार उन्हें लगभग दो दशकों से था। टीम की जीत के साथ ही पूरे स्टेडियम में ‘ई Sala Cup Namde’ के नारे गूंज उठे। विराट कोहली, फाफ डु प्लेसिस और पूरी टीम ने ट्रॉफी के साथ विजय जुलूस निकाला, जो एक यादगार लम्हा बन गया।